*”वरिष्ठ भाजपा नेता का फूटा दर्द, मूल कार्यकर्ताओं की अनदेखी पड़ सकती है भारी!”*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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*”वरिष्ठ भाजपा नेता का फूटा दर्द, मूल कार्यकर्ताओं की अनदेखी पड़ सकती है भारी!”*
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चंडीगढ़ ;- राष्ट्रिय खोज अखबार ने अनेको बार अपने लेख में लिखा है समर्पित भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी चुनावों में भाजपा पार्टी औऱ सरकार के लिए घातक साबित हो सकती है। उपेक्षित कार्यकर्ता पार्टी को दोहरा नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए भाजपा के शीर्ष नेताओं को समय रहते अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह मनाकर चुनाव में सहयोग लेना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो परिणाम यह होगा की 2019 में सभी 10 लोकसभा सीटों पर कमल खिलने के स्थान पर अबकी बार कुछ सीटो पर कमल मुरझा न जाये। बात करनाल की करें तो हरियाणा के करनाल में BJP दो कमल खिलाने का दावा कर रही है, लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराजगी की बातें सामने आ रही है। कार्यकर्ताओं में रोष है कि करनाल में बड़े-बड़े आयोजन होते रहते हैं, मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री तक कार्यक्रम में शिरकत करते है लेकिन मूल कार्यकर्ताओं को याद तक नहीं किया जाता। यही अनदेखी भाजपा पर भारी पड़ रही है औऱ आने वाले विधानसभा चुनावों में विक्राल रूप धारण कर सकती है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं कर्ण कमल कार्यालय के इंचार्ज अशोक सुखीजा ने मूल कार्यकर्ताओं की आवाज को उठाने का काम किया है। उन्होंने एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाला है। जिसमें साफ लिखा गया है कि मूल कार्यकर्ताओं की अनदेखी भारी पड़ सकती है।