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हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के दावे निकले झूठे! इनेलो में हुई तकरार का भाजपा को फायदा कम और कांग्रेस को होगा ज्यादा!

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के दावे निकले झूठे! इनेलो में हुई तकरार का भाजपा को फायदा कम और कांग्रेस को होगा ज्यादा!
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चंडीगढ़ ;- इनेलो पार्टी में चल रहे गृहयुद्ध को लेकर दूसरी सियासी पार्टियां अपनी अपनी मूंछों पर ताव देने लग गई है।कुछ दिनों पहले इनेलो के अंदरूनी तकरार को देखकर हरियाणा सरकार में बैठे मंत्रियों सहित मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी मीडिया के सामने खुलकर बयान दिए थे कि आने वाले कुछ दिनों में इनेलो और अन्य पार्टियों के कई विधायक और पूर्व विधायक भाजपा का दामन थाम सकते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने तो प्रेस वार्ता के अंदर खुले तौर पर कहा था दिवाली से पहले इनेलो और कांग्रेस पार्टी के कुछ विधायक भाजपा का दामन थाम लेंगे। मगर उनकी कही हुई बात सिर्फ झूठी तथा पब्लीसिटी स्टंट ही निकली। इससे यह साफ हो गया है कि भाजपा पार्टी और उनकी सरकार झूठी अफवाहें फैलाकर दूसरे दलों के विधायकों और पूर्व विधायकों पर दबाव बनाना चाहती थी। भाजपा पार्टी ही सबसे बड़ी पार्टी है और इसमें आने मे ही सभी का फायदा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के द्वारा दिए गए बयानों से भाजपा को फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही हो सकता है! क्योंकि इनेलो और दूसरी पार्टियां पहले से ज्यादा सचेत होकर अपने विधायकों पर नजर रखने लग गई। भाजपा पार्टी को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि उनके भी कुछ नेताओ ने कुछ समय पहले पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों को ज्वाइन कर लिया था। अभी कुछ दिन पहले जींद के विधायक स्वर्गीय हरिचंद मिड्ढा के पुत्र कृष्ण मिड्डा ने भाजपा पार्टी को ज्वाइन किया था। जिसका भाजपा ने ऐसा प्रचार किया मानो उन्होंने किसी राष्ट्रीय नेता को भाजपा में शामिल कर लिया हो! इसी से उत्साहित होकर मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री व नेता भी ऐसे ही बयान देने लगे। राजनीतिक जानकारों के अनुसार इनेलो में चल रही तकरार का अगर किसी राजनीतिक दल को फायदा हो सकता है तो वह कांग्रेस पार्टी है! क्योंकि भले ही कांग्रेस के नेता अलग-अलग गुटों में बैठे हुए हो पर उनका नेता एक ही है इसलिए उन्हें अपने नेता की बात मानने पर मजबूर होना पड़ता है। जनता यह भी जान चुकी है कि जितने खट्टर सरकार ने वायदे किए थे उस पर भी वह पूरी तरह खरा नहीं उतरी। और प्रदेश मे चल रहे भ्रष्टाचार में भी किसी तरह की कमी नही आई है। यदि आज विधानसभा के चुनाव हो जाएं तो भाजपा पार्टी को उसकी असलियत का पता लग जाएगा! इसमें भी कोई दो राय नहीं यदि इनेलो पार्टी में गृह युद्ध नही चल रहा होता तो इनेलो पार्टी नंबर वन पर चल रही थी। हो सकता था कि आने वाले समय में इनेलो पार्टी की ही हरियाणा में सरकार बन जाती! राजनीतिक पंडितों का मानना है आज के हालात को देखते हुए प्रदेश में कांग्रेस पहले नंबर पर दिख रही है!

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