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भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुँच सकती है, टीम इंडिया की फील्डिंग है पहले से बहुत बेहतर*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुँच सकती है, टीम इंडिया की फील्डिंग है पहले से बहुत बेहतर*
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दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर और दुनिया के बेस्ट फील्डर रहे जॉन्टी रोड्स ने टीम इंडिया की तारीफ की। रोड्स का मानना है कि आईपीएल के कारण टीम इंडिया की फील्डिंग पहले की तुलना में काफी बेहतर हो गई है। भारतीय टीम की फील्डिंग का स्तर बहुत अच्छा हो गया है। उन्होंने वर्ल्ड कप के बारे में कहा, “भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें सेमीफाइनल में पहुंच सकती हैं। इन चारों टीमों में कई मैच विजेता खिलाड़ी हैं। इंग्लैंड को उसकी घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिलेगा। उसकी बैटिंग और बॉलिंग काफी मजबूत है। उसके पास नौ नंबर तक के ऑलराउंडर हैं। हालांकि उसे घरेलू दर्शकों का दबाव भी झेलना होगा।’ रोड्स ने कहा, ‘सबसे संतुलित टीम भारत की है। उसके पास बेस्ट बल्लेबाज, अच्छे ऑलराउंडर और शानदार फिनिशर हैं। कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, बुमराह के होने से गेंदबाजी में भी वैरायटी है। ऑस्ट्रेलिया ने चार वर्ल्ड कप जीते हैं। उसे हराना आसान नहीं होगा। न्यूजीलैंड की टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा कॉम्बिनेशन है। इन चारों के अलावा वेस्टइंडीज को भी कम नहीं आंकना चाहिए।’रोड्स ने अच्छी फील्डिंग के बारे में कहा, ‘मैदान पर हर फील्डर को यह सोचना होगा कि हर बॉल आपकी तरफ आ रही है। मैं हमेशा ऐसा सोचता था इसलिए अच्छी फील्डिंग कर पाता था। ऑस्ट्रेलिया हमेशा से फील्डिंग में बेहतर रहा है। द. अफ्रीका भी कमजोर नहीं है। टीम इंडिया इस बार फील्डिंग में सबसे िलए सरप्राइज पैकेज जैसी होगी। इसलिए मेरे लिए बेस्ट फील्डिंग के मामले में किसी एक का नाम लेना मुश्किल है।’ उन्होंने कहा, ‘350+ स्कोर आसानी से चेज हो रहे हैं। वनडे में भी दोहरे शतक लग रहे हैं। यह वर्ल्ड कप भी हाई स्कोरिंग रहेगा। इस बार दक्षिण अफ्रीका को एबी डिविलियर्स की कमी खलेगी। उनकी कमी को पूरा करना नामुमकिन है। वे बेहतरीन बल्लेबाज के साथ- साथ शानदार फील्डर भी थे। अगर वे अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके तो उसकी कमी फील्डिंग करके पूरी कर देते थे। वे 15-20 रन तो बचा ही लेते थे।’ रोड्स ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका टीम हमेशा ही एक मजबूत दावेदार के रूप में उतरी है। लेकिन बेहद छोटी गलतियों के कारण हम नाकाम रहे थे। 1992 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हम दस मिनट की बारिश के कारण हार गए थे। उसके बाद 1996 में ब्रायन लारा ने शतक जमा दिया, तो 1999 में लांस क्लूजनर तथा एलन डोनाल्ड के बीच रन लेने के बीच हुई बेहद आसान सी गलती ने टीम को सेमीफाइनल में बाहर कर दिया था।’

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