हरियाणा में लोकसभा परिणाम के साथ ही होगा प्रदेश के जिताऊ नेता का का ऐलान*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हरियाणा में लोकसभा परिणाम के साथ ही होगा प्रदेश के जिताऊ नेता का का ऐलान*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगड़ ;- 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हरियाणा में एक राजनीतिक स्थिति पूरी तरह से साफ हो जाएगी की हरियाणा में कौन सी पार्टी का नेता जिताऊ नेता माना जाएगा। यदि एग्जिट पोल के हिसाब से बात की जाए तो भाजपा प्रदेश में दस की दस सीटें जीतने का दावा कर रही है। यदि यह दावा सच साबित हुआ तो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल देखते ही देखते प्रदेश में एक लोकप्रिय एवं जिताऊ नेता स्थापित हो जाएंगे। यदि कांग्रेस चार पांच सीटें जीतने में सफल हो गई तो इसमें भी कोई अतिशयोक्ति नहीं कि हरियाणा कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा की अनदेखी करना कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत मुश्किल होगा। क्योंकि लोकसभा की टिकटें हुड्डा और तवर की सहमति से दी गई है। यदि परिणाम अनुकूल नहीं आए तो इन दोनों की प्रधान पद और मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर भी सवालिया निशान लग जाएगा। इसी तरह राजकुमार सैनी जिन्होंने अपने दो लोकसभा उम्मीदवार उतारे हैं अगर वह जीतने में नाकामयाब रहे तो राजकुमार सैनी का समझो राजनीतिक अंत ही माना जाएगा। इसी तरह इनेलो विधायक दल के नेता अभय चौटाला अगर अपनी पार्टी के साख नहीं बचा पाए तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इनेलो को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा! बहरहाल स्थिति यह है कि सभी पार्टियां जीतने का दावा कर रही हैं। परंतु वास्तविक स्थिति यह है की असली मुकाबला भाजपा और कांगेस पार्टी में है अब यह देखना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का 10 सीटें जीतने का दावा सही साबित होता है या पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का 5 सीटों पर कांग्रेस का काबिज होना सही साबित होता है। यदि भाजपा हरियाणा में 8 से 10 सीटें जीतती है तो मनोहर लाल खट्टर की प्रदेश और केंद्रीय राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की तरह साख बनेगी और पूरी तूती भी बोलेगी। यदि कांग्रेस पांच सीटें जीतने में कामयाब हो जाती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के सशक्त उम्मीदवार साबित होंगे।