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अतिरिक्त मुख्य सचिव रेंक की महिला IAS का छलका दर्द, Tweet कर लिखा- ‘अपने ही घर जाने के लिए दूसरों के आगे गिडगिड़ाना पड़ता है…’

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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अतिरिक्त मुख्य सचिव रेंक की महिला IAS का छलका दर्द, Tweet कर लिखा- ‘अपने ही घर जाने के लिए दूसरों के आगे गिडगिड़ाना पड़ता है…’
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चंडीगढ़ ;- हिंदी में एक कहावत काफी मशहूर है कि नौकरी की तो नखरा क्या करना। लगभग 2 सप्ताह पहले ऐसा ही एक ट्वीट महिला आईएएस का इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल होता देखने को मिल रहा है जिन्होंने नौकरी और छुट्टी को लेकर कुछ ऐसी बात कह दी है। जिससे वह रातों-रात सुर्खियों में बन गई है. खास बात तो यह भी है कि इस ट्वीट में महिला आईएएस ने अपनी बात को शायराना अंदाज में कहा है जिसकी वजह से अब नौकरी और अपने कारोबार को लेकर लोगों में आपसी बहस छिड़ती देखने को मिल रही है. बता दें कि इंटरनेट और सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन चुका है जहां पर आए दिन कोई ना कोई वीडियो या फिर पोस्ट वायरल होती देखने को मिल ही जाती है. इस प्लेटफार्म पर आम लोगों से लेकर बड़े-बड़े सैलरी और आईएएस ऑफिसर भी अपनी बात पब्लिक के सामने रखते हैं. वहीं बीते दिनों एक महिला आईएएस अफसर द्वारा की गई एक पोस्ट से अब वह हर जगह चर्चित हो रही हैं. हरियाणा एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और हरियाणा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर सुमिता मिश्रा ने जो ट्वीट की है उसमें उन्होंने लिखा है कि, ‘ ऐसे मोड़ पर ले आती है नौकरी, अपने ही घर जाने के लिए दूसरों से इजाजत लेनी पड़ती है.’ उनकी इस ट्वीट पर 49.8 लोग रियेक्ट कर चुके हैं. जबकि 1600 से अधिक लोगों ने पोस्ट पर अपनी राय भी दी है. इतना ही नहीं बल्कि उनकी इस ट्वीट के बाद लोगों के बीच नौकरी और अपने बिजनेस को लेकर अजब सी बहस भी छिड़ गई.ट्वीट के जवाब में एक यूजर ने लिखा है- ‘शायद इसलिए बड़े बूढ़े कहते थे कि छोटा ही सही… पर अपना कुछ बिजनेस करो. किसी अमीर की गुलामी करने से अच्छा है खुद का को छोटा-मोटा कारोबार कर लो.’ इसके अलावा एक अन्य यूजर ने लिखा कि, ‘कुछ लोग प्राइवेट नौकरी करके सुबह से रात तक मेहनत करते हैं और फिर देर रात 10-11 बजे घर आकर सुबह 7:00 बजे फिर से काम पर निकल जाते हैं.मनोज मिश्रा नामक एक यूजर ने लिखा बिल्कुल सही कहा 35 वर्षों तक कि हमने भी यह घुटन को झेला है. आप तो फिर भी जिला मुख्यालय से कम स्तर पर पदस्थ नहीं होती है पर हमने तो जीवन भर घर से दूर जंगलों के मध्य बने स्टेशनों पर जीवन में पढ़ने वाली होली, दीपावली, राखी जैसे सभी त्योहारों के समय बिना अपने घरवालों के दूर अकेले ही सब मनाया है.’गौरतलब है कि आईएस सुमिता मिश्रा मीटर पर हमेशा से ही काफी एक्टिव नजर आती हैं और उनको लगभग 77000 लोग फॉलो कर रहे हैं. जब भी कोई ट्वीट करती है तो लोग बढ़-चढ़कर उनकी पोस्ट पर रियेक्ट करते हैं. इससे पहले भी सुमिता मिश्रा की एक पोस्ट काफी वायरल हुई जिसमें उन्होंने किस्मत और मेहनत को लेकर एक नोट लिखा था. उनकी यह बात तब सबके दिलों में घर कर गई थी।
*साभार एव सौजन्य नवभारतटाइम्स, 24 जुलाई*

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