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हरियाणा बजट सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस की गीता भुक्कल ने हमला बोलते हुए कहा, सड़को पर घूम रहे हैं 1 लाख 27 हजार बेसहारा पशु, 271 ने गवाई जान*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा बजट सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस की गीता भुक्कल ने हमला बोलते हुए कहा, सड़को पर घूम रहे हैं 1 लाख 27 हजार बेसहारा पशु, 271 ने गवाई जान*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा विधानसभा बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन की कार्यवाही सुबह 10 बजे से शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही दो बजे तक थी, परंतु विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अवधि एक घंटा दस मिनट बढ़ा दी। इससे पहले सुबह विधायकों ने प्रश्नकाल में विधायकों ने अपने क्षेत्र से संबंधित प्रश्न पूछे। प्रश्नकाल खत्म होने के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान वाद विवाद भी हुआ। दोपहर को विधायक गीता भुक्कल ने प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आई। जिसमें प्रदेश में सड़कों पर बेसहारा पशुओं के घूमने का मुद्दा उठाया। गीता भुक्कल ने सदन में आंकड़ों को रखते हुए कहा कि मिनिस्ट्री आफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट ने एक सर्वे करवाया था। गांव कनेक्शन सर्वे में हरियाणा में 87.08 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यह हमारे लिए गंभीर समस्या बन गई है। 8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यह समस्या हमेशा से है। 2.5 प्रतिशत लोगों ने अनभिज्ञता जाहिर की। प्रदेश में करीब एक लाख 27 हजार बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। जिसमें सिरसा में सबसे ज्यादा 56401 पशु है।
गीता भुक्कल ने सदन में आंकड़े रखते हुए कहा कि प्रदेश् में हर दिन कुत्तों के काटने के आंकड़े बढ़ रहे हैं। परंतु रैबीज के इंजेक्शन नहीं मिल रहे। अकेले पंचकूला में हर दिन 60 केस डॉग बाइट के आ रहे हैं। करनाल में 70 दिनों में 451 कुत्तों ने लोगों को काटा। जनवरी और फरवरी में 350 केस डाग बाइट के हैं। हिसार में प्रतिदिन 10 केस डॉग बाइट के आ रहे हैं। रेाहतक में 33 केसों में 15 कुत्ते पालतू है। भिवानी में 90 केसों में कुत्तों के साथ मंकी बाइट के भी है। गुरुग्राम में हर दिन 500 केस अकेले सिविल अस्पताल में ही आ रहे हैं। प्रदेश में 3.76 लाख आवारा कुत्ते ग्रामीण क्षेत्रों में है। जबकि 85072 कुत्ते शहरी क्षेत्र में है। गीता भुक्कल ने पुलिस विभाग से प्राप्त आंकड़े रखते हुए कहा कि प्रदेश में दो सालों में 271 लोगों ने आवारा पशुओं के कारण होने वाले हादसों में अपनी जान गंवाई है। सबसे ज्यादा 40 लोगों ने फतेहाबाद में, हिसार में 19, सिरसा में 23, कैथल में 23, अंबाला में 36, पंचकूला में 16, सोनीपत में 14, भिवानी में 13,झज्जर में 10, करनाल में 9,कुरुक्षेत्र में 4, चरखी दादरी में 9, फरीदाबाद में 2, पानीपत में 1, पलवल में 2, यमुनानगर में 7, रेवाड़ी में 7 लोगों की मौत आवारा पशुओं के कारण सड़क हादसों में हुई। गीता ने कहा कि स्ट्रे कैटल की किसकी जिम्मेदारी है। सड़कों पर जाने से रोकने के लिए जिम्मेदारी किस विभाग की है। यदि अर्बन लॉकल बॉडी को फंड दिया जा रहा है तो इसकी जांच करवाई जाए। एक्सीडेंट होने पर हेल्पलाइन नंबर होना चाहिए। राज्यपाल के अभिभाषण का अनुमोदन पानीपत ग्रामीण के विधायक महीपाल ढांडा ने किया और सराहनीय कार्य के लिए सरकार की प्रशंसा की। उनके भाषण के बाद पूर्व सीएम हुड्‌डा ने चुटकी लेते हुए कहा कि वे महीपाल ढांडा से बहुत प्रभावित हुआ। इनकी दाद देता हू। इन्हें चाहे रामलीला में हनुमान का रोल या रावण का रोल दे दों। ये बड़े अच्छे ढंग से निभाएंगे। ढांडा ने जवाब देते हुए कहा कि हां मैं रामलीला में रोल करता हूं। परंतु जिस रामलीला में बीबी बत्तरा जी शूर्पणाखां का रोल करते थे, उसमें मैं लक्षमण का रोल करता हूं।
कांग्रेसी विधायक आरएस कादियान ने कहा कि 2021 के अभिभाषण में एसवाईएल पर बात आई। हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की और हरियाणा के पक्ष में फैसला लिया। परंतु 2022 के अभिभाषण में कोई बात नहीं आई। राज्यपाल का अभिभाषण विरोधाभासी है। सरकार अपने मुंह मियां मिठठू बन रही है। अपनी प्रशंसा कर रहे हैं और कमियां छिपा रहे हैं जो कि हरियाणा के हित में नहीं है। यह सरकार का दर्पण है। इसमें दिशा और दशा दर्शायी जाती है। कादियान ने किसान आंदोलन, कर्मचारियों, पीजीटी, संस्कृत टीचरों, रोडवेज चालक- परिचालक, एक्सटेंशन लेक्चचर हटाने का जिक्र किया। रघुबीर कादियान ने कहा कि दफ्तरों में पैसे लिए जा रहे हैं। लोग अपनी सिलेक्शन प्रकिया बता रहे हैं। मेरा एक साथी है, उसका दोस्त डीसी लगा हुआ है। मैंने कहा कि वह डीसी फाइलों के पैसे लेता है। शाम को फोन आया कि डीसी पैसे नहीं लेता। ऊपर से हुक्म है। सुशासन सलाहकार बैठे हैं वो पैसे लेते हैं, जो फाइल निकलेगी उनकी मर्जी से निकलेगी। इस पर शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने टोका और कहा कि नाम लो कार्रवाई करेंगे। कांग्रेस में इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा तक कह दिया था। इसके बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यदि डीसी पैसे लेता हैं कादियान जी उसका नाम हाउस में रखे। यदि नहीं रखते तो मिस लीड करने पर उन पर कार्रवाई करें। कादियान ने कहा कि सीबीआई इन्क्वायरी करवाएंगे तो मैं नाम दे देता हूं। कादियान ने दुष्यंत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपने तो दादा के दो फाड़ कर दिए। तब दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आप गरिमा पार कर रहे हैं। आप भी दस साल उसमें रहे हैं। पोल पटिया सबकी है। हमने संगठन खड़ा किया, उस पर जलन होती है।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने जीरो ओवर में बोलने का समय निर्धारण करने का फैसला किया। कांग्रेसी विधायकों ने जीरो ओवर में सबको मौका देने की मांग रखी। परंतु विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हर विधायक को तीन मिनट का समय ही दिया जाएगा। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने लॉटरी सिस्टम अपनाने का फार्मूला सुझाया। जिस पर कुछ सहमत हो गए। इसके बाद लॉटरी सिस्टम से जीरो ओवर में बोलने का मौका देने पर हाउस ने प्रस्ताव पास कर दिया। हालांकि इस दौरान अनिल विज और कांग्रेसी विधायकों में बहस भी हुई। अभय चौटाला ने कहा कि लॉटरी सिस्टम ना रखा जाए। इसमें सबको मौका दिया जाए। अपनी बात रखने के लिए समय दिया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बीएसी कमेटी ने जो समय तय किया है, उतना ही समय दिया जाएगा। अभय ने कहा कि विज की बात सही है। कांग्रेस के समय में मार्शल आते थे और उसे उठाने की कोशिश करते थे। परंतु बीच में हम खड़े हो जाते थे कि विज साहब को हाथ नहीं लगाना। तब विज ने कहा कि कांग्रेसी जब मुझे निकालते थे, तब मैं हुड्‌डा को कहता था कि एक दिन आप बैठोंगे जहां, मैं बैठूंगा वहां। यह बात सही हो गई। इस पर सदन में सभी हंस पड़े। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई। विधान सभा अध्यक्ष ने कॉल एटेंशन मोशन का जिक्र किया। कुल 70 कॉल एटेंशन मोशन आए। इसमें से 29 अस्वीकृत किए गए। 24 विचारधीन है। जबकि 6 सरकार के पास टिप्पणी के लिए गए हुए है। विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व सीएम भूपेूंद्र सिंह हुड्‌डा द्वारा माइनिंग पर लाए गए एडजरमेंट मोशन को कॉलिंग एटेंशन मोशन में शामिल कर दिया। जिस पर विपक्ष ने शोर मचाया। हुड्‌डा ने ऐतराज जताया और कहा कि यह बड़ा महत्वपूर्ण मुद्दा है। हुड्‌डा ने कहा कि यह किस नियमों के आधार पर किया। एडजरमेंट मोशन को कॉलिग एटेंशन मोशन में कैसे बदल सकते हैं। भारत भूषण बतरा ने कहा कि कॉलिंग एटेंशन मोशन में बोलने का समय दे देना। कांग्रेसी विधायकों ने इस पर नाराजगी जाहिर की।
विधायक बिश्न लाल सैनी ने प्रश्न रखा कि रादौर में चमरौड़ी-सिल्ली सड़क निर्माण का दो साल पहले वर्क अलॉट किया गया । परंतु ठेकेदार काम नहीं करना चाहता। उसका कहना है कि मेरे पास हरियाणा के बहुत ठेके मिले हुए है। मैं करनाल का हूं। यदि वो नहीं करना चाहता तो किसी ओर को दो दो। रादौर में माइनिंग का काम ज्यादा है। पूरी टीम गई थी परंतु उसके अलॉटमेंट रद्द कर नहीं कर सकी। करना कराना कुछ नहीं है। डिप्टी सीएम ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि विधायक की समस्या जायज है। 2019 में एजेंसी को वर्क अलॉट हुआ। एजेंसी ने टाइम एक्सटेंशन मांगी। कल शाम को कांट्रेक्ट रद्द कर दिया गया। 7 से 9 महीने के अंदर सड़क का निर्माण कर दिया जाएगा। सैनी ने कहा कि ये समय तो बहुत ज्यादा है। सड़क पर कुछ सामान बिखरा दो तो मेरी जान बचेगी। लोगों को तसल्ली होगी। इस पर सदन में ठहाके लग गए।
महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने प्रश्न किया कि महम के अंदर मुआवजा राशि 14 गांवों में दी है। एसडीएम ने अखबार 6 करोड़ 43 लाख का मुआवजा दिया है। उप मुख्यमंत्री आप अपने को ग्रामीण आंचल का बताते हैं। मेरा सवाल था कि स्पेशल गिरदवारी में कितने और किसानों को मुआवजा दिया गया। मेरे हलके में 42 गांव प्रभावित है। जो भी मुआवजा दिया गया है, मात्र 200 एकड़ को दिया गया। गेहूं की फसल भी बोई गई। मौके पर 10 प्रतिशत मुआवजा नहीं दिया गया। सरकार को किसान की भलाई के लिए काम करना चाहिए। दोबारा स्पेशल गिरदावरी करें। अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए, जिन्होंने गलत डाटा तैयार किया है। यह कड़वी सच्चाई है। सरकार की छवि खराब होती है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जवाब दिया कि 12 जिलों में स्पेशल गिरदवारी में 661.09 करोड़ रुपये मुआवजा बांटा गया। जींद, यमुनानगर की रिपोर्ट समय पर नहीं आई। इन जिलों में भी लगभग 150 करोड़ रुपये दिया जाएगा। बहुत से किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में कवर किया जाता है। महम में 14 हजार किसानों को मुआवजा राशि दी। ढाई हजार किसानों के खाते में पैसा जा चुका है। 15 मार्च से पहले किसानों के खातों को लिंक करके उसमें पैसा डाला जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि फरवरी में ओलावृष्टि हुई है। उनकी स्पेशल गिरदावरी के लिए आदेश जारी किए जाएंगे। परंतु निर्दलीय विधायक डिप्टी सीएम के जवाब से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि यह महत्पवूर्ण विषय है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि दो सप्लीमेंटरी प्रश्न हो चुके हैं। इससे ज्यादा सप्लीमेंटरी प्रश्न की इजाजत नहीं दी जा सकती। किरण चौधरी ने भी सरकार के जवाब पर ऐतराज जताया। इस पर सदन में विपक्षी विधायकों ने शोर शराबा किया।

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