छात्राएं पेड़ की छाव में नीचे बैठ कर पढ़ने को मजबूर
रिपोर्ट पंकज गुप्ता
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा सरकार द्वारा दिया जा रहा है लेकिन धरातल पर स्थितियां बिल्कुल उलट है। मामला
मांट तहसील के गांव नगला सिरिया के राजकीय कन्या इंटर कॉलेज का है। जहां कॉलेज की छात्राएं पेड़ की छांव के नीचे जमीन में बैठ कर पढ़ने को मजबूर हो रही है। वर्षो से संचालित कॉलेज मूलभूत सुविधाएं से बंचित है।शासन प्रशासन द्वारा भी कोई सुबिधा उपलब्ध नही कराई गई है।
जबकि बेटियों की पढ़ाई को लेकर सरकारों द्वारा तमाम योजनाएं संचालित किए जाने के दावे किए जा रहे हैं।
नगला सीरिया में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज विगत कई वर्षों से संचालित हो रहा है कॉलेज पूरी तरह से झज्जर हो चुका है कभी भी किसी भी तरह का हादसा यहां घटित हो सकता है। स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं एक पेड़ के नीचे छाओं में बैठ कर अपने पठन पाठन का कार्य करती हैं ।बरसात के दौरान इन छात्राओं की किताबें भीग जाती हैं कॉलेज परिसर में छात्राओं के लिए मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है। कॉलेज में प्रधानाचार्य कार्यालय की हालत ऐसी है कि कभी भी वह धराशाही हो सकता है। जिससे कोई भी हादसा घटित होने से मना नहीं किया जा सकता। छात्राएं मजबूरन होकर जलभराव के बीच पढ़ने को मजबूर हो रही है। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर शासन प्रशासन को पत्राचार किया है किंतु किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं हो पाई है। प्रिंसिपल सुनीता माहेश्वरी ने बताया कि कॉलेज के निर्माण को लेकर सरकार से धनराशि भी जारी हुई लेकिन न्यायालय से जमीन पर स्टे होने के बाद कार्य पूरा नहीं हो पाया।