हरियाणा कृषिमंत्री कंवरपाल ने किसानों की खराब फसलों का लिया जायजा, मौके पर अधिकारियों को कड़े निर्देश, खराब हुई फसलों की तुरन्त करें रिपोर्ट तैयार*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा कृषिमंत्री कंवरपाल ने किसानों की खराब फसलों का लिया जायजा, मौके पर अधिकारियों को कड़े निर्देश, खराब हुई फसलों की तुरन्त करें रिपोर्ट तैयार*
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यमुनानगर ;- अप्रैल हरियाणा के कृषि मंत्री कंवरपाल ने कृषि विभाग एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से मिलकर जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के गांव ताहरपुर व इसके आसपास के विभिन्न गांवों में बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टिï के कारण खराब हुई फसलों का जायजा लिया। कृषिमंत्री ने किसानों की खराब फसलों का जायजा लेते हुए मौके पर ही संंबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों की खराब हुई फसलों की तुरन्त रिपोर्ट तैयार करें। कृषि मंत्री ने किसानों से खराब हुई फसलों के बारे बातचीत की और बारीकी से उनकी फसलों की पूरी जानकारी भी ली। किसानों ने कृषि मंत्री को अपने साथ खेतों में ले जाकर बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टिï से खराब हुई गेहूं की फसल को भी दिखाया और अपनी समस्याएं बताई।
कृषिमंत्री कंवरपाल ने किसानों को आश्वासन दिया कि बरसात व ओलावृष्टिï से खराब हुई किसानों की फसलों का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बरसात व ओलावृष्टिï से प्रदेश के कई स्थानों पर किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। इस प्रकार प्रदेश के जिन-जिन स्थानों पर किसानों की बेमौसमी बरसात के कारण फसलें बर्बाद हुई हैं वहां का आंकलन किया जा रहा है। उन्होंने जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों के अलावा प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बरसात व ओलावृष्टिï के कारण किसानों के खेतों में हुए नुकसान पर चिन्ता जाहिर की। और किसानों को आश्वासन दिया कि संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है।
कृषि मंत्री ने बताया कि फसलों के पंजीकरण को लेकर पोर्टल संबंधी जो समस्या आ रही थी, उसे ठीक कर दिया गया है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि कुछ किसानों ने अपनी फसलों का पंजीकरण ही नहीं करवाया है, क्योंकि इन किसानों के पास मात्र एक या दो एकड़ ही जमीन है, लेकिन ऐसे किसान भी अब पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिए है। क्षतिपूर्ति पोर्टल को लेकर जो समस्या आ रही थी उसे दूर कर दिया गया है। ताकि किसान अपनी खराब हुई फसल का ब्यौरा पोर्टल पर दे सकें।