हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के साथ-साथ इस्तीफा देने वाले आजाद विधायक भी शुक्रवार को बीजेपी में हो गए शामिल*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के साथ-साथ इस्तीफा देने वाले आजाद विधायक भी शुक्रवार को बीजेपी में हो गए शामिल*
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2024 लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के 6 बागी नेता अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। धर्मशाला से सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजिंदर राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में बीजेपी जॉइन की। इस दौरान हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। अनुराग ठाकुर ने कहा बीजेपी में इन नेताओं को पूरा मान सम्मान दिया जाएगा और सबकी ज़िम्मेदारी तय की जाएगी।कांग्रेस के इन 6 बागी नेताओं के साथ-साथ हिमाचल में निर्दलीय विधायक के तौर पर शुक्रवार को इस्तीफा देने वाले नेता भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। नालागढ़ से कृष्ण लाल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा को भी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीजेपी जॉइन कराई। इस प्रकार विधायक रहे आज कुल 9 नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा। फिलहाल, ऐसी स्थिति में हिमाचल की मौजूदा कांग्रेस सरकार संकट में नजर रही है। बीते कल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि प्रदेश की जनता जागरुक है और सब कुछ जानती है। प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश सरासर गलत है।
29 फरवरी को अयोग्य ठहराए गए थे कांग्रेस के ये 6 बागी नेता
पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कर बागी रुख दिखाने और फिर बजट वोट से दूर रहने के लिए इन छह बागी कांग्रेस नेताओं को विधानसभा सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया था। विधानसभा स्पीकर द्वारा कांग्रेस के इन सभी 6 बागी विधायकों पर दलबदल विरोधी कानून के तहत एक्शन लिया गया था। इसके बाद इन सभी ने राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी इन नेताओं को अयोग्यता से कोई राहत नहीं दी। वहीं इन नेताओं के विधानसभा सदस्यता से अयोग्य होने पर हिमाचल की इन 6 विधानसभा सीटों पर एक जून को उपचुनाव कराया जा रहा है। जिसमें बीजेपी इन्हीं चेहरों को उम्मीदवार बना सकती है। फिलहाल वर्तमान में इन 6 विधायकों की सदस्यता रद्द होने और 3 निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा देने के बाद अब हिमाचल विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 68 से घटकर 59 रह गई है। वहीं बीजेपी के पास उसके पूरे 25 विधायक हैं लेकिन कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 40 से 34 हो गई है। हिमाचल में किसी पार्टी को बहुमत से सरकार बनाने के लिए 35 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है।