प्रकाश सिंह बादल एवं चौटाला परिवार के रिश्तों पर कभी भी हैवी नही हो सकी राजनीति*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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प्रकाश सिंह बादल एवं चौटाला परिवार के रिश्तों पर कभी भी हैवी नही हो सकी राजनीति*
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चंडीगढ़ ;- पॉलिटिक्स के परोधा माने जाने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल ने अपने राजनीतिक सफर में हमेशा निजी संबंधों को अधिक महत्व दिया। सात दशक की राजनीति में बादल ने कभी राजनीतिक नफे-नुकसान की चिंता नहीं की। उन्होंने हमेशा निजी और आत्मीय संबंध निभाये। हरियाणा में पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. ताऊ देवीलाल और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का परिवार इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। देश और प्रदेश की राजनीति में कई बार ऐसे मौके आए, जब लगा कि बादल और चौटाला परिवार के रिश्ते दांव पर लग सकते हैं, लेकिन दोनों ने इन रिश्तों पर कभी कोई आंच नहीं आने दी। चौटाला परिवार में आज पूरी तरह से फूट पड़ी हुई है, लेकिन इसके बावजूद भी बादल का परिवार के सभी सदस्यों के साथ आत्मीय संबंध है।देश और प्रदेश की राजनीति में सरदार प्रकाश सिंह बादल और ओमप्रकाश चौटाला को पगड़ी बदल भाई कहा जाता रहा है। जेबीटी शिक्षक भर्ती मामले में चौटाला जब जेल गये थे, तब बादल उनसे कई बार मिलने जेल पहुंचे। जेल की सजा पूरी होने के बाद चौटाला और बादल अक्सर कभी सिरसा तो कभी लंबी फार्म हाउस पर बैठकर घंटों बातें किया करते थे। चौटाला के परिवार में जब राजनीतिक विघटन हुआ, तब उन्होंने कई बार एकजुटता की कोशिश की, लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं में फंसे चौटाला परिवार के सदस्य एकजुट नहीं हो सके तथा प्रदेश में अलग-अलग राजनीति कर रहे हैं। चौटाला परिवार में एकजुटता कराने में सफल नहीं होने के बावजूद बादल और चौटाला के निजी रिश्तों पर फर्क नहीं पड़ा।