दिसम्बर में नही होगा पंजाब सरकार का शीतकालीन सत्र!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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दिसम्बर में नही होगा पंजाब सरकार का शीतकालीन सत्र!*
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चंडीगढ़ ;- पंजाब की मान सरकार अभी तक विधानसभा का शीतकालीन सेशन नहीं बुला सकी है। जबकि 25 दिसंबर से इस साल का अंतिम सप्ताह शुरू हो रहा है। पंजाब के विभिन्न सियासी दल भी विधानसभा सेशन के इंतजार में रहे। पंजाब की मान सरकार पहले गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार में व्यस्त रही। फिर बीते दिनों CM भगवंत मान चेन्नई और हैदराबाद के उद्योगपतियों से मीटिंग कर उन्हें पंजाब में निवेश के लिए आमंत्रित करने गए। अब पंजाब सरकार कोविड की रोकथाम की तैयारियों में जुटी है। नतीजतन विधानसभा का शीतकालीन सत्र साल 2023 में पहुंचता दिखाई दे रहा है।
किसान मांगें मनवाने को कर रहे विरोध प्रदर्शन
पंजाब के विभिन्न किसान संगठन मान सरकार से उनकी मानी गई मांगों को लागू कराने के लिए लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी ओर CM भगवंत मान और कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल भी किसानों से सरकार को कुछ समय देने की बात कहते रहे हैं, लेकिन अभी तक किसानों की मानी गई मांगे और नई मांगों पर पंजाब सरकार कोई फैसला नहीं ले सकी है। पंजाब की मान सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम OPS/NPS की नोटिफिकेशन जारी कर दी है। AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार में OPS की नोटिफिकेशन जारी करने का हवाला देते रहे हैं, लेकिन पंजाब में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। जबकि मान सरकार ने नवंबर महीने में कैबिनेट मीटिंग के बाद OPS नोटिफिकेशन जारी करने की घोषणा की थी।
पंजाब की मान सरकार को सत्ता का ताज करीब 3 लाख करोड़ रुपए के कर्ज के साथ मिला था। इससे आगे बढ़ते हुए मान सरकार स्वयं भी करीब 30 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। एक अनुमान के अनुसार यदि कर्ज की रफ्तार ऐसे ही बढ़ती रही तो पंजाब के बजट का 20 प्रतिशत हिस्सा केवल ब्याज की अदायगी में चला जाएगा। इसके अलावा पंजाब कांग्रेस और पंजाब भाजपा भी समय-समय पर AAP पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार में पंजाब का पैसा बर्बाद करने के आरोप लगाती रही है।