*हरियाणा CM खट्टर की संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना से ब्रह्मज्ञानी हुए गदगद, करनाल में आयोजित भगवान परशुराम महाकुंभ राज्य स्तरीय समारोह में उमड़ा जन सैलाब*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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*हरियाणा CM खट्टर की संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना से ब्रह्मज्ञानी हुए गदगद, करनाल में आयोजित भगवान परशुराम महाकुंभ राज्य स्तरीय समारोह में उमड़ा जन सैलाब*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि संत महापुरूष किसी एक समाज या वर्ग के नहीं होते, उनकी शिक्षाओं और विचारों को आज की युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए अनेक महापुरूषों की जयंतियां सरकारी तौर पर मनाई जा रही हैं। इसी कड़ी में आज हरियाणा गठन के 56 वर्षों के बाद भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के कोने-कोने से पहुंचे भगवान परशुराम के वंशज ब्रह्मज्ञानी गदगद हुए बिना नहीं रह सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 दिसम्बर को हिसार में महाराजा सूरसेन जयंती पर भी राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा।
*मनोहर का नाम – समस्याओं का समाधान।*
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के राजनेता तो कभी सोच भी नहीं सकते, ऐसी-ऐसी योजनाओं पर हमने पिछले आठ वर्षों में कार्य किया है जिनकी सराहना आज अन्य प्रदेशों में हुई है। उन्होंने कहा कि मनोहर का नाम – समस्याओं का समाधान है, आप समस्याएं लाईए, हम समाधान करेंगे। वर्ष 2014 में जब मैंने करनाल से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था तो उस समय जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाई-भतीजावाद जो पहले की सरकारों में हावी थे, हमने उस समय हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा दिया था और हम 8 वर्षों में उस पर खरे भी उतरे हैं। सीएम विंडो के माध्यम से करीब 12 लाख शिकायतों पर सुनवाई हुई है। इसी प्रकार जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से भी 500 से 700 शिकायतें मौके पर ही सुनी जाती हैं और समाधान निकाला जाता है। उन्होंने कहा कि एक सुखी समाज कैसे बने, इसके लिए महापुरूषों की जयंतियों के माध्यम से उनके विचारों को समाज तक पहुंचाने की पहल की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में सर्व समाज का योगदान रहा है। भगवान परशुराम ने अन्याय के विरूद्ध शस्त्र उठाए और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में दहेज प्रथा, भू्रण हत्या व दुष्कर्म जैसी घटनाएं होती हैं, हमें धर्म की रक्षा के लिए लड़ाई लडऩी होगी। नशाखोरी भी समाज में एक अभिशाप बन गया है, जिसके लिए हमने कमर कस ली है।
आईटी के माध्यम से योजनाओं का दायरा बढ़ाया जा रहा है। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कौशल विकास निगम के माध्यम से गरीब परिवारों को जिनकी आय 1 लाख रुपये वार्षिक से कम है उन्हें 50 अंक, 1 लाख 80 हजार रुपये आय वाले को 40 अंक तथा फिर आय के अनुसार 30, 20 व 10 अंक निर्धारित किए हैं, जबकि विपक्ष को इन तथ्यों की जानकारी न होने के बिना पर ही अखबारों में ब्यानबाजी कर रहा है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय परिवारों को ऊपर उठाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत 32 हजार से अधिक परिवारों को स्वरोजगार के लिए बैंक ऋण दिलवाए हैं। जबकि पिछली सरकारों द्वारा इस बारे कभी नहीं सोचा गया।
*जिस परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नहीं है, उनको 5 प्रतिशत अतिरिक्त अंक देना कारगर सिद्ध हुआ।*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने भाई-भतीजावाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर पारदर्शी तरीके से नौकरियां देने की पहल की है और इस कड़ी में जिन परिवारों में एक भी सरकारी नौकरी नहीं है, उनको 5 प्रतिशत अंक देने की नई योजना आरंभ की गई ताकि ऐसे परिवारों को सरकारी नौकरी मिल सके और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सके। इसी प्रकार हमने आयुष्मान भारत योजना का केन्द्र सरकार का दायरा 1 लाख 20 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार किया है और चिरायु हरियाणा से निरोगी हरियाणा योजना बनाई है जिसके तहत इस वर्ष 1 करोड़ 25 लाख लोगों के मेडिकल टैस्ट अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी में किए जाएंगे।