मुख्यमंत्री उड़नदस्ते का हरियाणा कृषि विभाग में छापा, 6610 किसानों की अटकी मिली सम्मान निधि*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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मुख्यमंत्री उड़नदस्ते का हरियाणा कृषि विभाग में छापा, 6610 किसानों की अटकी मिली सम्मान निधि*
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रोहतक ;- कृषि विभाग के टालमटोल रवैये के कारण 6610 किसानों को छह माह बाद भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पाया है। इस बात का खुलासा शुक्रवार को मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की जांच में हुआ। अधिकारियों ने इन किसानों का जल्द सत्यापन कराकर उनको किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं। उधर, सीएम फ्लाइंग के छापे के दौरान कुछ कर्मचारी नदारद मिले। इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि जो लोग कार्यालय में नहीं हैं, वह क्षेत्र में किसानों का सत्यापन करने गए हैं। सुबह करीब 10 बजे सीएम फ्लाइंग ने कृषि विभाग में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर पूनम हुड्डा और सीआईडी इंस्पेक्टर दिनेश ढाका ने किया। सबसे पहले अधिकारी-कर्मचारियों की हाजिरी चेक की गई, जिसमें कुछ लोग कार्यालय से नदारद मिले। इसके बाद अधिकारियों ने किसान सम्मान निधि की समीक्षा की तो पाया कि जिले में 2023-2024 के लिए 86,720 लोगों ने किसान सम्मान निधि के लिए आवेदन किया था। इनमें 72,912 किसानों का सत्यापन किया गया तो 65483 किसानों की सम्मान निधि चालू हो चुकी है। मगर इनमें से 6610 किसानों का सत्यापन कराना बाकी है।
इंस्पेक्टर पूनम हुड्डा ने अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए कि तेजी से इन सभी किसानों का सत्यापन कराया जाए। छह माह बाद भी किसानों को उनकी सम्मान निधि नहीं मिल पाई है। इसके अलावा 13,808 किसानों के आवेदनों पर जांच कर आधार, बैंक खाता समेत जो भी खामियां हैं, उनको दूर कराने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने किसानों के लिए चलाई जा रही अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली और किसानों ने संबंधित समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए।
छोटी-छोटी खामियों की वजह से रुकी है निधि
सीएम फ्लाइंग के अधिकारियों की जांच में सामने आया कि जिन किसानों की सम्मान निधि (राशि) अटकी हुई है, उनमें आधार नंबर, बैंक खाता नंबर और नाम आदि में छोटी-छोटी गलती मिली हैं। किसान का खतौनी और बैंक में नाम अलग-अलग पाए गए हैं। इस तरह छोटी-छोटी खामियों की वजह से सम्मान निधि रुकी हुई है।