हरियाणा परिवहन विभाग को प्राइवेट करने के प्रयास से खफा कर्मचारी, एक मंच पर आई रोडवेज की चारो प्रमुख यूनियन*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा परिवहन विभाग को प्राइवेट करने के प्रयास से खफा कर्मचारी, एक मंच पर आई रोडवेज की चारो प्रमुख यूनियन*
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चंडीगढ ;- 5 राज्यो में होने वाले चुनाव के मौके कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लागू करवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा परिवहन विभाग को निजी हाथों में देने का प्रयास से कर्मचारी खफा दिख रहे हैं। रोडवेज कर्मचारियों की मानी हुई मांगों को लागू न करने की वजह से रोडवेज विभाग की चार प्रमुख यूनियनें एक मंच पर आ गई हैं। जिसमें आल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन, रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा (हरियाणा कर्मचारी महासंघ) हरियाणा रोडवेज मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन व हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (इंटक) शामिल हैं।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन सांझा मोर्चा के सदस्य प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ग्रेवाल, विनोद शर्मा, जय भगवान कादियान व नसीब जाखड़ ने यहां जारी एक सयुंक्त बयान में कहा कि 5 जनवरी 2022 को सरकार को रोडवेज कर्मचारियों का सांझा मांगपत्र भेजकर मुख्यमंत्री को बातचीत के माध्यम से मांगों को लागू करने का अनुरोध किया जाएगा। यदि 14 जनवरी 2022 तक बातचीत के माध्यम से मांगों का समाधान नहीं किया गया। 15 जनवरी 2022 को रोहतक में चारों प्रमुख यूनियनों के कार्यकर्ताओं रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले सयुंक्त राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यूनियन नेताओं की मांग है कि हरियाणा परिवहन विभाग में खाली पड़े पदों पर भर्ती की जाए। विभाग में अनुपात के अनुसार कर्मचारियों की भर्ती न होने से कर्मचारियों को 8 घंटे से ज्यादा कार्य लिया जा रहा है। लंबे रूट पर चलने वाले चालक परिचालक को ओवरटाइम दिया जाए।
रोडवेज में ओवर टाइम खत्म होने का असर यह है कि रात के समय बसे न के बराबर हो गई हैं, जिससे रोडवेज की आमदनी घट गई। इससे अलावा लंबे रूट भी प्रभावित हो गए। आम जनमानस, छात्र-छात्राओं को समय पर बसें ने मिलने के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। परिवहन विभाग की आमदनी बढ़ाने व आम जनमानस को सरल, सुगम परिवहन सुविधा देने के लिए ओवरटाइम पॉलिसी लागू की जाए।