हरियाणा में भाजपा ने 19 नगर परिषद व 58 नगर पालिकाएं निकाय चुनाव के लिए कसी कमर, प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ ने कार्यकर्ताओं को दिए जरूरी निर्देश*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज़,
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हरियाणा में भाजपा ने 19 नगर परिषद व 58 नगर पालिकाएं निकाय चुनाव के लिए कसी कमर, प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ ने कार्यकर्ताओं को दिए जरूरी निर्देश*
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चंडीगड़ ;- तीन कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा होने के बाद भाजपा इसको लेकर जनता में जाएगी औऱ नगर निकाय को जीतने के लिए माहौल तैयार करेगी। इसलिए हरियाणा में भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए कमर कसना शुरू कर दी है। बुधवार को नगर परिषद व नगर पालिकाओं के चुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बैठक ली। यह बैठक परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के आवास पर हुई थी।
बैठक में ओपी धनखड़ ने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर परिषद व नगर पालिका चुनावों को लेकर कमर कस लें। हर जिले के लिए दो पदाधिकारियों की एक टीम बनाई जाएगी। यह टीम चुनाव को लेकर सर्वे करेगी। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों का सर्वे करेंगी और चुनावी माहौल के संबंध में अपनी रिपोर्ट देंगी। पार्टी पदाधिकारियों द्वारा यह सर्वे 15 दिसंबर से पहले पूरा किया जाएगा। इसके बाद पार्टी पदाधिकारियों की 15 दिसंबर को दोबारा मीटिंग होगी, जिसमें सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मंथन होगा। बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को सरकार द्वारा विकास कार्यों की जानकारी देने के निर्देश दिए। प्रदेश में 19 नगर परिषद व करीब 58 नगर पालिकाएं है। इसमें से कुछ को छोड़कर सभी का कार्यकाल पूरा हो चुका है। कार्यकाल पूरा हुए करीब 6 महीने हो गए, लेकिन हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन के चलते माहौल सकारात्मक न होने के कारण चुनाव करवाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। कार्यकाल खत्म होने के बाद संबंधित एसडीएम को नगर परिषद व नगर पालिकाओं का प्रशासक नियुक्त किया गया है।
अबकी बार होगा अध्यक्ष का सीधा चुनाव
हरियाणा सरकार ने नगर निगम की भांति ही नगर परिषद व नगर पालिकाओं के अध्यक्ष का चुनाव भी सीधे ही करवाने का फैसला लिया हुआ है। इस संबंध में सभी नगर परिषद व नगर पालिकाओं के चेयरमैन और वार्ड आरक्षण का डॉ भी निकाल दिया है। यह ड्रॉ करीब 6 महीने पहले निकाला जा चुका है। कृषि कानूनों के कारण गांवों में भाजपा का विरोध है। इस विरोध के बीच बीते माह अक्टूबर में ऐलनाबाद में उपचुनाव हुए, जिसमें इनेलो ने दोबारा जीत हासिल की। वहीं भाजपा उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा। शहर में भाजपा का पहले की तरह ही प्रदर्शन बेहतर था। ऐसे में अब जब कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा हो चुकी है तो पार्टी को अब किसानों के विरोध की संभावनाएं कम नजर आ रही हैं। इसलिए भाजपा ने नगर परिषद व नगर पालिका के चुनाव करवाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है।