हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल कपालमोचन मेला में कर सकते हैं शिरकत! सरोवर में स्नान के लिए 20 फीट का एरिया रिजर्व!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल कपालमोचन मेला में कर सकते हैं शिरकत! सरोवर में स्नान के लिए 20 फीट का एरिया रिजर्व!*
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यमुनानगर ;- कपाल मोचन मेले में 19 नवंबर को सीएम मनोहर लाल के पहुंचने का कार्यक्रम तय हुआ है। डीसी पार्थ गुप्ता और एसपी कमलदीप गोयल ने अधिकारियों की टीम के साथ मेला एरिया का दौरा कर सीएम के कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की। वहीं मीटिंग की। सीएम यहां पर गुरुद्वारे और मंदिरों में माथा टेकने के साथ-साथ सरोवरों में स्नान कर सकते हैं। इस दौरान हर सरोवर में 15 से 20 फीट का एरिया रिजर्व रखने की प्लानिंग है। इस एरिया में साफ स्वच्छ पानी भरा जाएगा। वहीं तीनों सरोवरों में सीएम पैदल जाएंगे या फिर किसी वाहन से उन्हें लेकर जाया जाएगा, इसे लेकर भी प्लानिंग की गई। ऐसा कई दशकों के बाद होगा कि सूबे का सीएम कपालमोचन मेले में पहुंचेगा क्योंकि नेताओं के यहां आने को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। कहा जाता है कि जो नेता यहां पर आता है, उसका राजनीति भविष्य खतरे में पड़ जाता है। हालांकि इसकी किसी तरह की पुष्टि नहीं है। हालांकि यमुनानगर विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने यह परंपरा और अंधविश्वास की सीमाओं को 7 साल पहले तोड़ दिया था। तब वे खुद कपालमोचन पहुंचे और स्नान किया था। इसके बाद दोबारा विधायक बने हैं।
कपाल मोचन मेले में सीएम का कार्यक्रम प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा क्योंकि लाखों की संख्या में यहां श्रद्धालु होंगे। वहीं करीब एक से डेढ़ किलोमीटर के एरिया में तीनों सरोवर हैं। वहां सीएम का लाखों की संख्या की भीड़ में जाना।
सीएम के गुरुद्वारे में कुछ देर रुकने का भी कार्यक्रम बताया जा रहा है। मेले में सीएम के आने के कार्यक्रम के लिए और पुलिस बल की जरूरत पड़ सकती है क्योंकि कृषि बिलों के विरोध में आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन में पंजाब से ज्यादा लोग हिस्सा ले रहे हैं और मेले में 70 प्रतिशत लोग पंजाब के आते हैं। इन के बीच सीएम का पहुंचना प्रशासन के लिए चुनौती होगा। फिलहाल मेले में करीब 1700 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। इनके अलावा और सुरक्षा कर्मियों को बुलाया जा सकता है।
सीएम आए तो कर सकते बड़ी घोषणाएं!
सीएम मनोहरलाल कपालमोचन आते हैं तो तीर्थ स्थल के लिए बड़ी घोषणा हो सकती है क्योंकि यह स्थल लंबे समय से सरकार की अनदेखी का दंश झेल रहा है। इसके लिए लंबे समय से कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई। धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं ने अपने स्तर पर यहां कार्य किए हैं। धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों का कहना है कि सीएम के कार्यक्रम से उन्हें कई उम्मीद हैं। पहली बार यहां सीएम पहुंचेंगे। डीसी पार्थ गुप्ता ने बताया कि सीएम के आने की सूचना है। अभी कार्यक्रम फाइनल होना बाकी है। आज और कल का दिन अहम है।