पूर्व हरियाणा सीएम हुड्डा व कांग्रेस अध्यक्ष शैलजा की गुटबंदी के कारण ऐलनाबाद उपचुनाव में पिछड़ गयी कांग्रेस ?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पूर्व हरियाणा सीएम हुड्डा व कांग्रेस अध्यक्ष शैलजा की गुटबंदी के कारण ऐलनाबाद उपचुनाव में पिछड़ गयी कांग्रेस ?*
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चंडीगड़ ;- ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की गुटबाजी जगजाहिर हो गई है। कांग्रेस के एक गुट द्वारा यह कहा जा रहा है कि भूपेंद्र हुड्डा ने ऐलनाबाद उपचुनाव में सिर्फ अपनी हाजिरी दर्ज करवाई है न की कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के कार्य किये है। यह भी कहा जा रहा है ऐलनाबाद उपचुनाव मैं सिर्फ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा व उसके विधायकों ने दिन रात मेहनत की है। इसके अलावा किसी भी प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए कुछ खास नहीं किया। यह जगजाहिर है कि कुमारी शैलजा और भूपेंद्र हुड्डा में 36 का आंकड़ा है और यह भी साफ है कि दोनों ही आलाकमान के बहुत नजदीक है। अब बात यह आती है कि यदि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने पूरी निष्ठा और लगन के साथ ऐलनाबाद उपचुनाव में कार्य किया होता तो कांग्रेस प्रत्याशी पवन बेनीवाल सीट निकाल सकता था और यदि सीट नहीं निकलती तो कांग्रेस प्रत्याशी दूसरे नंबर पर अवश्य आता। ग्राउंड रिपोर्ट यह कहती है कांग्रेसी प्रत्याशी तीसरे नंबर पर ही आएगा इन दोनों को यह नहीं लगता कि यदि तुम प्रदेश में सरकार चाहते हो तो मिलजुल कर कार्य करना पड़ेगा औऱ अभिमान त्यागना छोड़ना होगा।बात नुकसान की करें तो सिर्फ जमीनी कार्यकर्ताओं का हो रहा है जो कि कांग्रेस में आस्था और निष्ठा रखते हैं वह जाएं तो किधर जाएं। दोनों में असली लड़ाई तो मुख्यमंत्री बनने की है परन्तु यह नही जानते यदि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार ही नहीं आएगी तो मुख्यमंत्री कैसे बनेगा। इसके बावजूद दोनों में मुख्यमंत्री बनने की होड़ लगी हुई है।