Sunday, June 16, 2024
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जम्मू काश्मीर में कांग्रेस की NSUI विंग के बड़ी संख्या में पदाधिकारीयो ने पार्टी से दिया इस्तीफ़ा*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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जम्मू काश्मीर में कांग्रेस की NSUI विंग के बड़ी संख्या में पदाधिकारीयो ने पार्टी से दिया इस्तीफ़ा*
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नई दिल्ली ;- कांग्रेस के लिए एक बार फिर मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं। आने वाले समय में 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के यूथ विंग नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के 1400 कार्यकर्ताओं ने जम्मू में सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वालों में एनएसयूआई के महासचिव और उपाध्यक्ष, जिला मीडिया समन्वयक और अन्य पदाधिकारी भी शामिल हैं। जम्मू और कश्मीर के राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के राज्य उपाध्यक्ष विशाल कोतवाल सहित राज्य समिति के कई सदस्यों ने शनिवार को पार्टी में पक्षपात का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। छात्रों ने आरोप लगाया है कि पार्टी में गैर राजनीति पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को अवसर नही दिए जाते हैं। साथ ही ये भी कहा कि पार्टी में लोकतंत्र खत्म हो गया है औऱ इसे खत्म करने वाले पार्टी के कुछ स्वार्थी तत्व हैं।छात्रों ने पार्टी में लोकतंत्र के खत्म होने की बात कहते हुए उनकी बात की सुनवाई न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पार्टी में आम छात्रों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलता है। एक प्रेस रिलीज के अनुसार, सदस्यों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि से आने वालों आम छात्रों और कार्यकर्ताओं को कोई अवसर नहीं दिया जाता है। के लिए इमेज नतीजेरिलीज में बताया गया कि पार्टी की विचारधारा और आंतरिक लोकतंत्र को अंदर के ही कुछ लोगों द्वारा खत्म किया जा रहा है। पार्टी के भीतर विभिन्न पदनामों और स्तरों पर काम करने के बावजूद योग्य उम्मीदवारों नजरअंदाज किया जा रहा है। इस्तीफा देने वालों में विशाल कोतवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चंदर कांत शर्मा, राज्य महासचिव और किशोर शर्मा, राहुल भगत, संदीप सिंह चिब, साहिल सिंह जम्वाल शामिल हैं।उन्होंने सोनिया गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की अध्यक्ष, नीरज कुंदन, NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अंकुश भटनागर, राष्ट्रीय सचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी और चुनाव के लिए पार्टी के नोटिस भी भेजे हैं। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने का हमारा फैसला हमारी ओर से स्वैच्छिक है और यह बड़े पैमाने पर छात्र समुदाय के कल्याण के लिए हमारी चिंता से पैदा होता है और यह समाज में सुधार लाने के लिए एक अलग स्तर पर काम करने के लिए हमारा उत्साह है।राज्य महासचिव, चंदर कांत शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने संभावित उम्मीदवारों को बिना किसी कारण के कई बार जानबूझकर चुनाव की तारीखों में देरी की। चुनावों की घोषणा करते समय यह प्रतिनिधित्व किया गया था कि चुनाव उचित समय के भीतर होंगे, लेकिन वे विज्ञप्ति के अनुसार सदस्यता की घोषणा से दो साल से अधिक समय तक चुनाव का संचालन करने में विफल रहे।संघ ने यह भी दावा किया कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में भी, एनएसयूआई और कांग्रेस पार्टी ने एक ही काम किया है, आरोप लगाया कि चुनाव कराने के नाम पर करोड़ों की सदस्यता शुल्क का दुरुपयोग किया गया, लेकिन कोई चुनाव नहीं हुआ है।

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