हरियाणा के किसानों ने सीएम खट्टर व कैबिनेट मन्त्रियों का विरोध करके दिखाई सच्चाई,कहा- आंदोलन के साथ है किसान*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा के किसानों ने सीएम खट्टर व कैबिनेट मन्त्रियों का विरोध करके दिखाई सच्चाई,कहा- आंदोलन के साथ है किसान*
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चंडीगढ ;- तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन लगभग 18 दिन से लगातार जारी है।जिस शुरुआती आंदोलन को हरियाणा के मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्री तथा विधायक यह कहकर पल्ला झाड़ लेते थे कि यह आंदोलन पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह व कांग्रेसियों द्वारा प्रायोजित आंदोलन है।इसमें किसी भी तरह से हरियाणा का किसान हिस्सा नहीं ले रहा है। यह सारे दावे तब हवा हवाई हो गए जब हरियाणा का किसान पूरी तरह से पंजाब के किसानों द्वारा आयोजित आंदोलन में खड़ा नजर आया।किसानों ने कहा पंजाब हमारा बड़ा भाई है किसानी के नाम पर हम उनके साथ हैं। आज किसानों की सेवा हरियाणा का किसान ही कर रहा है।सीएम खट्टर साहब को यह देख लेना चाहिए कि जो हरियाणा के टोल प्लाजा पर किसान दिखाई दिए वह सिर्फ हरियाणा के किसान हैं। जिन्होंने प्रदेश के सभी टोल को फ्री करवा दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि किसानों का यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिप्रिय आंदोलन है। जिसमें अभी तक किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना देखने को नहीं मिली है। अब केंद्र और प्रदेश सरकारों इस ठंड में सड़क पर बैठे किसानों की मांग को मान कर तुरंत आंदोलन खत्म करवाना चाहिए। हम यह कह सकते हैं कि यदि यह आंदोलन लंबा चला तो इसके दूरगामी परिणाम निकल सकते हैं। जो देश और प्रदेश के लिए शायद अच्छे नहीं होंगे। इसलिए केंद्र और प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह किसी भी तरह से किसानों को समझा-बुझाकर आंदोलन को समाप्त करवाएं तांकि देश प्रदेश में शांति बहाल हो जाय।