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*हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का बयान: “प्रदूषण पर राजनीति कर रही है आम आदमी पार्टी”*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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*हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का बयान: “प्रदूषण पर राजनीति कर रही है आम आदमी पार्टी”*
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हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के चलते स्कूलों को बंद करने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम बच्चों और बुजुर्गों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। उन्होंने कहा, “जब भी प्रदूषण बढ़ता है, तो सरकार इस तरह के कदम उठाती है। इसमें नया कुछ नहीं है।”
*आम आदमी पार्टी पर साधा निशाना*
मंत्री महिपाल ढांडा ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि AAP इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, “आम आदमी पार्टी वाले झूठों के सरदार हैं। दिल्ली और पंजाब की सरकारें हरियाणा के किसानों को दोषी ठहराने में लगी हैं, जबकि सच यह है कि हरियाणा ने पराली जलाने पर प्रभावी नियंत्रण किया है।”
*हरियाणा के प्रयासों की सराहना*
उन्होंने बताया कि हरियाणा में पराली जलाने के मामले पंजाब की तुलना में बेहद कम हैं। उन्होंने कहा, “पंजाब में हरियाणा से तीन गुना ज्यादा धान पैदा होता है, लेकिन वहां पराली जलाने की घटनाएं अधिक हैं। इसके बावजूद पंजाब सरकार अपने किसानों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।”
मंत्री ने यह भी दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने कई मौकों पर हरियाणा सरकार के पराली जलाने पर रोक लगाने के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा, “हरियाणा सरकार ने किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। हमारे किसान भी जागरूक हैं और पराली जलाने से बचते हैं।”
*पंजाब सरकार पर लगाए आरोप*
मंत्री ढांडा ने कहा कि पंजाब सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए हरियाणा के किसानों पर झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा, “पंजाब सरकार न तो अपने किसानों को कोई सहायता दे रही है और न ही प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रयास कर रही है।”
*प्रदूषण पर ठोस कदम उठाने का आह्वान*
अंत में, मंत्री ने सभी राज्य सरकारों से अपील की कि वे प्रदूषण नियंत्रण के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करें। उन्होंने कहा, “प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है, और इसे लेकर सभी राज्यों को मिलकर प्रयास करना चाहिए।”
यह बयान उस समय आया है जब एनसीआर और आसपास के इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।

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