मौत कारण बन गई, गॉव में फैली गन्दगी
हापुड, संवाददाता(रविन्द्र कुमार):-
जहाँ देश में योगी सरकार और मोदी सरकार जगह जगह स्वच्छ भारत अभियान चला रही है।वहाँ हापुड जनपद के दर्जनों गाँव आज भी ऐसा है जहाँ गन्दगी से जुझ रहे है। आज हम आपको ऐसा ही गाँव की खबर दिखाने जा रहे है जिनकी जिंदगी धीरे धीरे मौत का शिकार होती जा रही है। जी है,हम बात कर रहे है हापुड क्षेत्र के गाँव मुजफ्फरा बागढ़पुर की जहाँ गांव के बीचों बीच एक तालाब है।जिसकी सफाई के लिए ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों तक पिछले 4-5वर्षों से प्रार्थना पत्र सौप गाव में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की माँग कर रहे है।उसका नतीजा यह निकला कि तालाब का गन्दा पानी सडको,नलों, पवित्र स्थल मन्दिर, आदि के साथ साथ उनके घरों तक मैं भर गया है।जिसके कारण जानवरों के साथ साथ इंसानो तक का जीना दुश्वार हो गया है।जिन छोटे बच्चों को हम आने वाले कल का भविष्य बताते है आज वही बच्चे उस गन्दे पानी का शिकार हो रहे है,स्कूल आते जाते वक्त इस पानी से हो कर गुजरने पड़ रहा है। नतीजा यह निकल रहा है कि कोई न कोई बच्चा हर तीसरे दिन विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो रहे है।इतना ही नही कुछ दिन पहले गंगा प्रसाद और कुँवरपाल की भेस भी इस गंदे पानी की वजह से मौत हो गई। दोनो ने बताया कि ये कोई नई बात नही है इससे पहले भी काफी हादसे होते आए है। बहुत से लोग ऐसे भी है जिन पर अपने परिवार की पालन पोषण की सारी जिम्मेदारिया है लेकिन वह व्यक्ति गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से जूझ रहे है।जब हमारी media टीम से रविन्द्र कुमार ने कैमरा मैन राहुल के साथ गांव का निरीक्षण किया तो गाव के लोगो की हालत काफी गंभीर पाई।गाँव के लोगो की निराशा देखेते हुए यह तो साफ हो गया कि वह दिन अब दूर नही जब बच्चे,बढे सभी को बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है।गाव के ही एक युवक ब्रहमपाल ने media टीम को बताया कि वह ग्रामीणों के साथ मिलकर पिछले 5-6 वर्षों से प्रार्थना पत्र काफी जगह दे चुका है।यह तक कि प्रार्थना पत्र हापुड जिलाधिकारी और ब्लॉक प्रमुख तक भी दे दिया है।शिकायत करने वाले व्यक्तियों के नाम ज्योति,सीमा,चतर सिंह,सतीश आदि है।