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भ्रष्ट हरियाणा सरकार ने 14 करोड रुपये के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति घोटाले को उजागर करने वाले आईएएस अधिकारी संजीव वर्मा को प्रशंसा के बदले दिया तबादला!

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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14 करोड रुपये के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति घोटाले को उजागर करने वाले आईएएस अधिकारी संजीव वर्मा को प्रशंसा के बदले मिला तबादला!
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चंडीगढ़ :- इनेलो प्रदेश महासचिव नफे सिंह राठी ने भाजपा सरकार द्वारा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला जो कि करीब 14 करोड़ रुपए का है, को उजागर करने वाले आईएएस संजीव वर्मा के तबादले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि क्या सरकार के अपने ही इस घोटाले में संलिप्त हैं जो अनुसूचित जाति/पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के महानिदेशक वर्मा को खुड्डेलाइन लगाया गया।
इनेलो नेता ने बताया कि पीएसी की बैठक में भी ये मुद्दा उठा था, इस दौरान सीबीआई भी जांच को तैयार थी लेकिन 2016 तक के मामलों की सरकार जांच करवाने को तैयार थी। आईएएस संजीव वर्मा 2019 तक के मामलों को जांच के दायरे में लाना चाहते थे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसकी जांच सीबीआई से न करवाकर स्टेट विजिलेंस को सौंप दी थी और अब तक यह जांच सिरे नहीं चढ़ी है।
प्रदेश के विभिन्न विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सरकार तबादले कर तानाशाही पूर्ण फैसले कर रही है। जिससे भाजपा सरकार की भ्रष्टाचारयुक्त शैली साफ दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक ओर मामला सामने आया है। जब सरकार ने अनुसूचित जाति एवं पिछडा वर्ग कल्याण विभाग के महानिदेशक पद से आईएएस अधिकारी संजीव वर्मा को हटा दिया। आईएएस अधिकारी संजीव वर्मा ने 14 करोड रुपये से अधिक के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति घोटाले को उजागर करने का काम किया है। आईएएस संजीव वर्मा को उनके पद से हटाना भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठा रहा है। यह कहना है इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक नफे सिंह राठी का।
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में नफे सिंह राठी ने कहा कि भाजपा सरकार जब से सत्ता में आई है उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए है। सत्ता में आने से पहले जो भाजपा ने वायदे भोलीभाली जनता से किए थे उस पर वे खरे नहीं उतरे। आज जनता स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि जब कोई अधिकारी भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करता है उसे उसके पद से हटा दिया जाता है। आईएएस संजीव वर्मा को अचानक अनुसूचित एवं पिछडा वर्ग कल्याण विभाग के महानिदेशक पद से हटा कर पुरातत्व विभाग का विशेष सचिव बनाया जाना भाजपा सरकार की नीयत को दर्शा रहा है। राठी ने कहा कि आईएएस संजीव वर्मा ने पहले भी कई घोटालों को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल भाजपा की इस प्रकार की कार्यप्रणाली की कडे शब्दों में निंदा करती है और सरकार द्वारा विजिलेंस की जांच को जल्दी पूर्ण किया जाए और जो दोषी हैं, उनके खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि एससी/बीसी वर्ग के छात्रों को न्याय मिल सके।

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