जींद जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी दहिया ने दिखाया अद्वितीय साहस,पूरे हरियाणा में हुए चर्चित!
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जींद जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी दहिया ने दिखाया अद्वितीय साहस,पूरे हरियाणा में हुए चर्चित!
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगड़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कल सिरसा में चुनाव प्रचार के बाद डबावाली आये थे। सीएम को हेलीकॉप्टर द्वारा डबावाली से चंडीगढ जाना था। मौसम खराब होने से हेलिकॉप्टर उड़ान न भर सका। इसलिए मुख्यमंत्री वाया रोड़ ही चंडीगढ के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने नरवाना में ही रात को रुकने की इच्छा जताई तो जींद के डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आदित्य दहिया ने अद्वितीय साहस का परिचय देते हुए आचार संहिता के कारण ठहराने से मना कर दिया। यह बात मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों को अच्छी नही लगी। सीएम ने नरवाना में ही ठहरने के लिए रात करीब साढे 8 बजे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हरियाणा सरकार के एडवोकेट जनरल बलदेव राजमहाजन ने मुख्य न्यायाधी ने केस की रात को ही सुनवाई करने की अपील की। मुख्य न्यायाधीश ने दो जजों की जस्टिस राजीव शर्मा और जस्टिस एच एस सिद्धू की बेंट गठित की और मामले की सुनवाई शुरु हुई। कोर्ट ने नोटिस जारी कर चुनाव आयोग से रात साढे दस बजे तक जवाब मांगा। रात साढे सद बजे मामले की सुनवाई हुई और 11 बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हक में फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट ने सीएम को नरवाना में ठहराने के आदेशि दिए।
एजी बलदेव राज महाजन ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डबावाली से बाए रोड़ चंडीगढ आते हुए डीसी जींद को सूदना दी थी किवे रात को नरवाना में ठहरना चाहते है लेकिन डीसी ने उन्हें चुनाव आचार संहिता का हवाला देते हुए मना कर दिया। हरियाणा चुनाव आयोग ने भी नियमों का हवाला देते हुए ठहरने से इंकार कर दिया। इस लिए हमें हाईकोर्ट की शरण में जाना पड़ा।