भाजपा ने संजय भाटिया को करनाल लोकसभा से टिकट देकर बाहरी का मुद्दा किया खत्म,भाटिया को झेलना पड़ सकता है जबरदस्त विरोध?
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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भाजपा ने संजय भाटिया को करनाल लोकसभा से टिकट देकर बाहरी का मुद्दा किया खत्म,भाटिया को झेलना पड़ सकता है जबरदस्त विरोध?
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चंडीगढ़ :- भाजपा केंद्रीय समिति द्वारा हरियाणा की दस लोकसभा सीटों में से आठ के लिए प्रत्याशियों की घोषणा ने प्रदेश भाजपा में तुफान से ला दिया है। जिस तरह से प्रत्याशियों के नामों की सूची आने के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे वह पार्टी को कमजोर करने के संकेत है । मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र से करनाल से संजय भाटिया को भाजपा द्वारा टिकट थमा देने के बाद भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद अरविंद शर्मा की मुश्किलें बढ़ गई है और ऐसी भी चर्चाएं चल पड़ी है की करनाल से पूर्व सांसद अरविंद शर्मा पार्टी छोड़ भी सकते हैं! जब अरविंद शर्मा ने भाजपा पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।उस समय उनको बता दिया गया था कि पार्टी आपको रोहतक लोकसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है!परन्तु अरविंद शर्मा करनाल से ही चुनाव लडऩा चाहते थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करनाल की टिकट संजय भाटिया को मिलने के बाद कांग्रेस अरविन्द शर्मा से सम्पर्क करने का प्रयास कर रही है! वैसे भाजपा में शामिल होने के बाद भी कांग्रेस ने उनके लिए रास्ते बंद नही किये थे।
चर्चाएं के अनुसार अरविंद शर्मा के कांग्रेस में जाने की सोच सकते है। परन्तु इससे भी अधिक चौंका देने वाली घटना यह रही कि आठ प्रत्याशियों की सूची आने के बाद भी लोग इस सूची पर विश्वास नही कर पा रहे थे। बहुत से नेताओं और पत्रकारों ने राष्ट्रीय खोज/ भारतीय न्यूज़ के संपादक राणा ओबराय से इस सूची की सत्यता के बारे में जानना चाहा, क्योंकि ऐसी ही सूची 5 अप्रैल को भी आई थी।जिसमें करनाल सीट से अरविंद शर्मा का नाम और कुरुक्षेत्र सीट से डॉक्टर पवन सैनी का नाम अंकित था। लोग मानने लगे कि यह कि यह सूची फर्जी है। परन्तु इसके बाद जब पत्रकारों ने भाजपा कार्यालय से सम्पर्क कर इस सूची के बारे में जानना चाहा तो भाजपा कार्यालय से सक्षम पदाधिकारी ने इस सूची की सही होने की पुष्टी की। ऐसे ही पूरे दिन यह भी चर्चा रही कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुलदीप बिश्रोई टिकट को लेकर भाजपा के उच्च स्तरीय नेताओं के सम्पर्क में है। जब कुलदीप बिश्रोई से फोन पर सम्पर्क करना चाहा तो उनका फोन बंद था। अभी कुछ दिनों पहले मंत्री बीरेन्द्र सिंह ने कहा था कि अगर पार्टी उनके आईएएस बेटे बिजेन्द्र सिंह को सोनीपत से प्रत्याशी बनाती है तो वें राजनीति से संयास ले लेंगे। अब उनके इस ब्यान पर भी लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं। दूसरी ओर हालात यह है कि प्रदेश के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ रोहतक से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चाओं से परेशान हैं। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बड़े नेता ऐसी चर्चाएं चलवा कर यूपी और राजस्थान की तरह घोषित टिकटों को बदलवाना चाहते हैं। परन्तु यह असंभव सा लगता है।अब यह देखना है कि भाजपा आलाकमान हरियाणा के बड़े नेताओ के दबाव में आकर टिकटों की सूची में कोई परिवर्तन करती हैं या तटस्थ रहती है।