कांग्रेस आलाकमान हरियाणा में पूर्व सीएम भूपेंद्र हूडा का खत्म करना चाहती हैं राजनीतिक वजूद!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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कांग्रेस आलाकमान हरियाणा में पूर्व सीएम भूपेंद्र हूडा का खत्म करना चाहती हैं राजनीतिक वजूद!*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा की नायब सरकार को बने हुए करीब आधा साल हो गया है। विधानसभा में लगभग दो बार विधानसभा सत्र भी हो चुका है। लेकिन हरियाणा कांग्रेस अभी तक अपना विधायक दल का नेता नही चुन पाई है। कांग्रेस पार्टी का विधानसभा में सबसे बड़ा दल होने के नाते नेता प्रतिपक्ष का पद तो किसी कांग्रेसी को ही मिलना है। लेकिन कांग्रेस अभी तक इसका निर्णय नही ले पा रही है। इसी कारण सत्ता पक्ष सभी मौके पर कांग्रेस औऱ पूर्व सीएम हूडा पर कटाक्ष करने का मौका नही चूकते है। स्मरण रहे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री के बराबर का होता है। उल्लेखनीय है कि 2013 के बाद से हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस बिना संगठन के चल रहा है। इसी कारण 2013 के बाद हुए 3 लोकसभा चुनावों के साथ साथ 3 विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस हरियाणा में हार चुकी है। बड़ी बात है कि अभी हाल में हुए स्थानीय निकाय में भी भाजपा ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया। भाजपा ने प्रदेश में मजबूत संगठन होने के कारण नायब सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में सत्ता की हैट्रिक बना ली है। उधर बिना संगठन के हरियाणा में कांग्रेस का लगभग हाशिये पर पहुंच गई है। इसका मुख्य कारण दिग्गज कांग्रेसी नेताओं में लम्बे अरसे से चल रहा विरोधाभास व आलाकमान का कमजोर नेतृत्व हैं। हरियाणा कांग्रेस के 37 में से 32 विधायक भूपेंद्र हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए कांग्रेस के केंद्रीय ऑब्जर को लिखित में पत्र सौंप चुके हैं फिर आलाकमान ने हूडा को नेता प्रतिपक्ष क्यों नही बनाया। क्या कांग्रेस आलाकमान हरियाणा में पूर्व सीएम हूडा का राजनीतिक वजूद खत्म करना चाहती हैं अथवा कांग्रेस की कोई औऱ सोची समझी राजनीतिक चाल है। कुछ भी लेकिन हम यह कह सकते हैं कि हुड्डा का वजूद खत्म करना नामुमकिन है।

