Sunday, January 5, 2025
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पूर्व सीएम हूडा ने नायब सरकार को घेरते हुए कहा बीजेपी राज में वेंटिलेटर पर पहुंची प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा / अस्पतालों में ना के बराबर है डॉक्टर, दवा, मशीनें की सविधाएं*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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पूर्व सीएम हूडा ने नायब सरकार को घेरते हुए कहा बीजेपी राज में वेंटिलेटर पर पहुंची प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा / अस्पतालों में ना के बराबर है डॉक्टर, दवा, मशीनें की सविधाएं*
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चंडीगढ ;- बीजेपी राज में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं खुद वेंटिलेटर पर पहुंच गई हैं। क्योंकि आज अस्पतालों में ना तो दवा है और ना डॉक्टर। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का| भिवानी में डॉक्टरो के अभाव की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि जिले में डॉक्टर के 207 स्वीकृत पद हैं, लेकिन आधे खाली पड़े हुए है| भिवानी समेत पूरे हरियाणा में यही स्थिति है|
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में करीब 20 हजार पद खाली पड़े हैं। प्रदेश के अस्पतालों में 14000 डॉक्टरों की कमी है। गांवों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के करीब 94 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं। स्टाफ और सुविधाओं के अभाव में रोज हजारों मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
हुड्डा ने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को लैब टेस्ट के लिए भी कई-कई दिन चक्कर काटने पड़ते हैं या मजबूरी में प्राइवेट लैब में जाना पड़ता है। डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक प्रति 1000 लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन हरियाणा में 2035 लोगों पर एक डॉक्टर है। 200 लोगों पर एक बेड की व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन प्रदेश में 2086 लोगों पर एक बेड उपलब्ध है। इस वजह से काफी जगह देखने में आता है कि एक-एक बेड पर दो-दो, तीन-तीन मरीज लेटे हैं और फर्श पर डिलीवरी हो रही है। प्रदेश में सीनियर मेडिकल ऑफिसर, मेडिकल ऑफिसर, डेंटल सर्जन के 5253 में से 1100 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। हुड्डा ने कहा कि 2014 में भाजपा ने वादा किया था कि वो सत्ता में आते ही हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाएगी। हकीकत यह है कि पिछले 10 साल में भाजपा द्वारा घोषित एक भी नया मेडिकल कॉलेज पूरा बनकर शुरू नहीं हो सका है। कांग्रेस कार्यकाल में बने संस्थान ही लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं।
कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में एक हेल्थ यूनिवर्सिटी और छह मेडिकल कॉलेज बनवाए थे। प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी भी कांग्रेस के समय में ही खोली गई थी। आजादी के बाद देश में महिलाओं के लिए पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज सोनीपत के खानपुर में कांग्रेस ने खोला था। कांग्रेस ही झज्जर में एम्स-2 और नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट लेकर आई थी। आज ये तमाम संस्थान हरियाणा के साथ-साथ कई प्रदेश के लोगों के लिए वारदान साबित हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस सरकार ने झज्जर एम्स-2 के साथ जो राष्ट्रीय स्तर के 10 संस्थान मंजूर करवाए थे, भाजपा ने इन्हें भी रद्द करवा दिया। यदि वे संस्थान झज्जर में बन जाते तो प्रदेश के लोगों को बहुत फायदा मिलता।
लेकिन बीजेपी ने हमेशा लोगों की जान जोखिम में डालने का काम किया। यह वो सरकार है जो कोरोना काल में लोगों को ऑक्सीजन, दवाई और इलाज के अभाव में तड़प-तड़पकर मरते हुए देखती रही। लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया। संवेदनहीनता की हदें पार करते हुए बीजेपी ने विधानसभा में यहां तक बोल दिया कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत ही नहीं हुई। कांग्रेस ने इसपर कमेटी बनाकर जांच की मांग की तो सरकार उस जांच को भी दबाकर बैठ गई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि एक के बाद एक ताबड़तोड़ घोटालों को अंजाम देने में जुटी बीजेपी ने स्वास्थ्य सेवाओं में भी जमकर घोटाले किए हैं। ना सिर्फ सरकार ने जनता का करोड़ों रुपया लूटा है, बल्कि लोगों की जिंदगी से भी खिलवाड़ किया है। ये खुलासा खुद कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की ताजा रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट से स्पष्ट है कि नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं और डॉक्टर मुहैया करवाने की बजाय सरकार करोड़ों रुपए के घोटालों को अंजाम देने में लगी हुई है।
रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि मात्र 42 से 209 किलोमीटर का सफर, कई एंबुलेंस ने 1,05,000 से लेकर 5 लाख रुपए में तय किया। यानी लगभग 2500 रुपये प्रति किलोमीटर में एंबुलेंस ने अपनी सेवाएं दीं। इतना ही नहीं एंबुलेंस के मरीजों तक पहुंचने के समय में भी जमकर झोल किया गया है। मरीज की कॉल और मरीज तक एंबुलेंस पहुंचने का टाइम बिलकुल एक ही है। यानी 0 सेकेंड, 0 मिनट में एंबुलेंस मरीज के पास पहुंच गई, मानो मरीज ने एंबुलेंस में बैठने के बाद ही कॉल किया हो।
सीएजी रिपोर्ट में कहा है कि लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हुए सरकार ने ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से भी दवाइयां और उपकरण खरीदे। इतना ही नहीं, सरकार ने ऐसी 15 एंजेसियों को 5.67 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया है, जिनकी दवाएं कई बार घटिया साबित हो चुकी हैं।

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