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महाराष्ट्र में राजनीतिक घमासान जारी/ BJP का शिंदे खेमे को गृह मंत्रालय देने से इंकार*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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महाराष्ट्र में राजनीतिक घमासान जारी/ BJP का शिंदे खेमे को गृह मंत्रालय देने से इंकार*
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मुंबई ;- महाराष्ट्र के चुनावी परिणामों ने राज्य की सियासत को पूरी तरह से पलट कर रख दिया है। ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे एकनाथ शिंदे, जो शिवसेना की विरासत अपने पक्ष में लाने में सफल रहे थे, अब सत्ता के खेल में एक के बाद एक झटके झेल रहे हैं। महायुति में बीजेपी के बड़े भाई की भूमिका में आने के बाद शिंदे को मुख्यमंत्री पद गंवाना पड़ा और अब गृह मंत्री बनने की उनकी इच्छा भी पूरी होती नहीं दिख रही है। वहीं, अजित पवार के लिए वित्त विभाग का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी की रणनीति को नेतृत्व कर रहे देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में सत्ता और राजनीतिक पावर दोनों पर पकड़ बनाई है। बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शिवसेना को गृह मंत्रालय नहीं दे सकती, और इसके बदले शिंदे खेमे को राजस्व, शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग जैसे विकल्प दिए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी ने शिंदे गुट को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि गृह मंत्रालय नहीं दिया जा सकता। शिवसेना के कई नेताओं, जिनमें गुलाबराव पाटिल, संजय शिरसाट और भरत गुगवले शामिल हैं, ने शिंदे को गृह मंत्री बनाने का जोरदार समर्थन किया है, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है। देवेंद्र फडणवीस ने एक साक्षात्कार में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय बीजेपी के पास है और इसलिए गृह मंत्रालय का पद सत्तारूढ़ पार्टी के पास होने से समन्वय में आसानी होती है।
फडणवीस ने 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री रहते हुए गृह मंत्रालय अपने पास रखा था, और उनकी सरकार के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधारात्मक कदम उठाए गए थे, जिससे पुलिस बल को बेहतर ढंग से संचालित किया जा सका। शिंदे के ढाई साल के कार्यकाल में भी गृह मंत्रालय फडणवीस के पास ही रहा, और यही कारण है कि वह इस महत्वपूर्ण विभाग को अपने पास रखना चाहते हैं।
हालांकि, शिंदे खेमे ने गृह मंत्रालय की अपनी मांग पर अड़ा है, लेकिन बीजेपी अब उन्हें अन्य विभागों का विकल्प देने की तैयारी कर रही है, जिससे सत्ता के इस संघर्ष में बीजेपी का रुख साफ नजर आ रहा है।

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