केयरटेकर CM नायब सैनी के लिए चुनोतियाँ भरा है लाडवा विधानसभा! जीतने के लिए करना पड़ेगा संघर्ष!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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केयरटेकर CM नायब सैनी के लिए चुनोतियाँ भरा है लाडवा विधानसभा! जीतने के लिए करना पड़ेगा संघर्ष!*
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चंडीगड़ ;- हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम नायब सिंह सैनी की सीट बदल दी गई है और वह लाडवा से चुनाव लड़ रहे। फिलहाल सैनी करनाल से पूर्व विधायक हैं। लाडवा में सीएम सैनी का मुकाबला 23 प्रत्याशियों से होगा जिनमें कई निर्दलीय भी शामिल हैं। लाडवा सीट पर कांग्रेस ने मेवा सिंह, जेजेपी ने विनोद शर्मा, बीएसपी ने चंद्रभान और आप ने आशा पठानिया को टिकट दिया है। इसके अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशी भी यहां मैदान में हैं। बता दें कि बीजेपी ने करनाल से जगमोहन आनंद को टिकट दिया है। इस सीट पर लगातार दो चुनाव पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर जीतते आ रहे थे. उनके द्वारा यह सीट छोड़े जाने पर नायब सिंह सैनी को प्रत्याशी बनाया गया। सैनी ने उपचुनाव में 95,004 वोटों से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने तारलोचन सिंह को टिकट दिया था जिन्हें यहां 53,464 वोट मिले थे। हालांकि बीजेपी ही नहीं बल्कि कांग्रेस ने भी करनाल से अपना प्रत्याशी बदल दिया है। लाडवा सीट पर बीते तीन चुनाव के प्रदर्शन को देखें तो 2009 में इनेलो के शेर सिंह बरशामी को यहां से प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। इसके बाद 2014 में बीजेपी के पवन सैनी यहां से विधायक निर्वाचित हुए लेकिन पिछले चुनाव में कांग्रेस के मेवा सिंह विधायक चुन लिए गए। इस बार सीएम सैनी का मुकाबला यहां के मौजूदा विधायक मेवा सिंह से हैं।
साख बचाने में जुटे सीएम सैनी
मेवा सिंह को अपनी विधायकी बचानी है तो वहीं सीएम सैनी का पूरा जोर अपनी साख बचाने का होगा। हरियाणा में नामांकन दाखिल हो गया है. 3 अक्टूबर तक का समय चुनाव प्रचार के लिए है. इस दौरान सभी प्रत्याशी लाडवा में जोर लगाएंगे लेकिन यहां विशेषकर ध्यान सीएम सैनी पर ही है।
नायब सिंह सैनी के राजनीतिक करियर की बात करें तो उन्होंने सबसे पहले 2009 में नारायणगढ़ सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। वह इस सीट पर पांचवें स्थान पर रहे थे। हालांकि इसके 10 साल बाद 2019 के आम चुनाव में वह कुरुक्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए थे। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कुछ महीने पहले करनाल उपचुनाव भारी मतों से जीतने वाले नायब और भाजपा को हार का डर था इसलिये सैनी का विधानसभा क्षेत्र बदला गया। लेकिन चर्चाए यह भी हैं की केयरटेकर cm के लिए लाडवा भी चुनोतियाँ भरा है। जीतने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।