भाजपा विधायकों ने सीएम का विरोध करके निगम चुनाव में मिली जीत को शून्य मे कर दिया तब्दील*
राणा ओबरॉय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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भाजपा विधायकों ने सीएम का विरोध करके निगम चुनाव में मिली जीत को शून्य मे कर दिया तब्दील*
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चंडीगढ़ : – पांच प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से भाजपा बुरी तरह हतोत्साहित हो गई थी. लोगों का रुझान बन गया था की आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा का बुरा हाल होगा. परंतु हरियाणा में हुए नगर निगम के चुनाव में पांचों सीटों पर मेयर की जीत होने से भाजपा को संजीवनी बूटी मिलने का काम हो गया था. जीत की खुशी को मनाने का सप्ताह भी नहीं बीता कि दक्षिण हरियाणा के विधायकों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ विद्रोह और बगावती सुर अपनाते हुए उन पर आरोप लगाने शुरु कर दिए. बागी विधायकों ने कहा मुख्यमंत्री खट्टर हमारी परवाह नहीं करते और हमें किसी भी मीटिंग में और किसी भी सभा का संदेशा तक नहीं भेजते. इस विद्रोह ने भाजपा को मिली जीत को प्रदेश में भुनाने का मौका ही मानो खत्म कर दिया हो. हरियाणा की राजनीति में एकदम से आए इस उछाल से भाजपा एकदम अर्श से फर्श पर गिरती हुई नजर आ रही है. वैसे इससे पहले इनेलो भी दो फाड़ हो चुकी है और दोनों पार्टियां अपना अपना वजूद बचाने में लगी हुई है. इसी तरह यदि दक्षिण हरियाणा के विधायकों ने भाजपा से विद्रोह कर दिया तो हरियाणा में खट्टर सरकार अल्पमत में आ सकती है और इसका नतीजा यह होगा कि लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव होने की भी संभावना हो सकती है. यदि समय रहते मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा आलाकमान ने स्थिति को नहीं संभाला तो आने वाले प्रणाम खतरनाक हो सकते हैं. दक्षिण हरियाणा और पूरे हरियाणा के विधायकों और कार्यकर्ताओं का आरोप है की मुख्यमंत्री भ्रष्ट अधिकारियों के चक्रव्यूह में फंस गए हैं और यह अधिकारी मुख्यमंत्री को हमेशा ही गलत राय देने की कोशिश करते हैं इसी कारण से हरियाणा में भाजपा का ग्राफ गिरता हुआ नजर आ रहा है और यही कारण हो सकता है कि हरियाणा में भी भाजपा के कई विधायक पार्टी को अलविदा कहते हुए कोई और रास्ता न अपना ले?