हरियाणा शिक्षा मंत्री कवंरपाल ने कहा असंख्य लोगों के बलिदान व अत्याचार सहने से अयोध्या में भव्य मंदिर का हुआ निर्माण, 22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा शिक्षा मंत्री कवंरपाल ने कहा असंख्य लोगों के बलिदान व अत्याचार सहने से अयोध्या में भव्य मंदिर का हुआ निर्माण, 22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा*
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चंडीगड़/ यमुनानगर ;- हरियाणा के स्कूल शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने बताया कि देश के करोड़ों लोगों की सैकड़ों वर्षों के इंतजार के बाद एवं अनेक बलिदानों के उपरांत उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में बने भव्य व दिव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस ऐतिहासिक दिन के लिए देश के लोगों में उत्साह व खुशी का माहौल हैं उसे हम बयां नहीं कर सकते, क्योंकि जनता इस अलौकिक क्षण को पूरी दुनिया श्री रामोत्सव के जरिए यादगार बनाना चाहती है। जब भव्य एवं दैविक राम मंदिर में भगवान श्री राम विराजेगें तो समारोह की गूंज देश-दुनियां में सुनाई देगी। इस समय देश के हर कोने-कोने में राम नाम की गूंज है और देश के करोड़ों लोगों की आस्था राम मंदिर से जुड़ी हुई है।
स्कूल शिक्षा मंत्री कवंरपाल ने बताया असंख्य लोगों ने अत्याचार सहते हुए अपना बलिदान देकर आज हमें इस मुकाम तक पहुंचाया है, उन शहीदों के संघर्ष एवं बलिदान के बाद ही अयोध्या में श्री रामलला विराजमान होने जा रहे हैं। आजादी के बाद कुछ राजनैतिक दलों ने अपनी स्वार्थ सिद्घि की वजह से अयोध्या में राम मंदिर बनने में रुकावट पैदा की, लेकिन भगवान श्री राम जी के आशीर्वाद से सारी बाधाएं दूर होती गई और 22 जनवरी 2024 का वह ऐतिहासिक दिन जिस रोज श्री रामलला भव्य एवं दैविक बने मंदिर में प्रवेश करेंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने आंदोलन से जुड़े संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि वे 1990 में साध्वी ऋतंवरा के द्वारा भगवान श्री राम के प्रवचनों से बहुत प्रभावित हुए और कारसेवा के माध्यम से अयोध्या में जाकर कारसेवा की। इस दौरान उन्होंने बहुत सी समस्याओं एवं संघर्षों का सामना भी किया, लेकिन वे न तो डरे और न ही किसी बात से घबराए बल्कि समस्याओं एवं संघर्षों के कारण उनका मनोबल बढ़ता ही गया। उस समय राजनीति क्षेत्र से उनका कोई ताल्लुक वास्ता नहीं रहा है, बस मन तो अयोध्या में श्रीराममंदिर के निर्माण की ललक लगी थी। उन्होंने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद के प्रमुख जयकिशन शास्त्री से भी मिलते रहते थे और इन्होंने भी मुझे इस मुहिम से जुडऩे के लिए प्रेरित किया।
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे ऐतिहासिक पर्व को पूरे देश में दीवाली उत्सव की तरह मनाना चाहिए, क्योंकि 500 सालों के बाद श्री राम लला अपने घर अयोध्या में बने भव्य राममन्दिर में पहुंच रहे हैं। देश के हर नागरिक को अपने गांव-शहर व घरों को दीपमालाओं के साथ अच्छी तरह से सजाएं और भगवान श्री राम की पूजा करें। उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी लोग श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठïा को लेकर गलत बातें फैला रहे हैं, ऐसे लोग श्री रामजी को नहीं मानने वाले होते हैं। लेकिन हम सभी को राजनैतिक बातों से हटकर इस ऐतिहासिक पर्व को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए ।