लोकसभा में महिला बिल पर समय पूरा होने के बाद रोकते रहे स्पीकर, मगर नहीं रुकी हरियाणा की एकमात्र धाकड़ महिला सांसद सुनीता दुग्गल*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
लोकसभा में महिला बिल पर समय पूरा होने के बाद रोकते रहे स्पीकर, मगर नहीं रुकी हरियाणा की एकमात्र धाकड़ महिला सांसद सुनीता दुग्गल*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सिरसा ;- भारतीय राजनीति में व्यापक प्रभाव डालने वाले “महिला आरक्षण बिल” को लोकसभा से स्वीकृति मिलने उपरांत राज्यसभा में पेश किया जाना है। इस बिल के पास होने उपरांत संसद तथा राज्यों की विधानसभा में 33% पर महिलाओं को चुनाव लडने का प्रावधान होगा। संसद भवन के नये भवन में पहले प्रस्ताव महिला आरक्षण बिल पर सर्वप्रथम सिरसा की धुरंधर महिला सांसद सुनीता दुग्गल की अपने अभिभाषण में की गई जबरदस्त बैटिंग से संसदीय क्षेत्र सिरसा के लोग खुशी से झूम उठे और उन्होंने अपनी लोकप्रिय सांसद पर गर्व महसूस किया। इससे पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल पहले भी लोकसभा में क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए तथा राष्ट्र व जनहित के लिए लिये गये प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा करती रही है,जिसकी पुष्टि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सिरसा की एक जनसभा में कर चुके हैं। महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए सांसद दुग्गल ने कहा कि महिलाओं को राजनीति में भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि “हमें पंख तो देते हैं, लेकिन उड़ने के लिए पर नहीं देते। हमारी बेटियां बुलबुल है, पिंजरे में रहती है। देश की महिलाओं के लिए यह ऐतिहासिक दिन है,जिसकी पिछले 27 वर्ष से चली आ रही मांग पर मोदी सरकार ने कवायद शुरू की है। हरियाणा को देश का पहला राज्य बताते हुए सांसद ने कहा कि जहां से “बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ ” की शुरुआत हुई है। वर्तमान में हरियाणा का लिंगानुपात 871 से बढ़कर 933 पर पहुंच गया है। अपनी बीमार मां का जिक्र करते हुए सुनीता दुग्गल ने लोकसभा में बताया कि हम चार भाई बहिन है, जिनमें उनकी मां द्वारा दिए गए आत्मविश्वास की बदौलत कोई भेदभाव नहीं है। सांसद दुग्गल की धुआंधार बैटिंग को रोकने के लिए सभापति प्रयास करते रहे, मगर सांसद का अभिभाषण जारी रहा। सभापति से मुखातिब होते हुए दुग्गल ने कहा कि यह महिलाओं का बिल है, इसपर अधूरी चर्चा से महिलाओं को तकलीफ़ होगी। अपनी बात पूरी करने उपरांत सांसद सुनीता दुग्गल ने फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन की कविता सुनाकर अपना भाषण समाप्त किया।