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*राणा ओबराय* *राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,* ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, *31 अगस्त को रिटायर होने वाले हरियाणा के ACS राजेश खुल्लर के विदेश सेवा से वापिसी के बाद दूर होता चला गया CMO / न तो CS बने और न ही बन पाए सीपीएस टू सीएम

*राणा ओबराय*
*राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,*
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*31 अगस्त को रिटायर होने वाले हरियाणा के ACS राजेश खुल्लर के विदेश सेवा से वापिसी के बाद दूर होता चला गया CMO, न तो CS बने और न ही बन पाए सीपीएस टू सीएम

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हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल के खासमखास प्रधान सचिव रहे IAS राजेश खुल्लर की विदाई की तिथि नजदीक आ गयी है। खुल्लर ने विदेश सेवा से बड़ी उम्मीदो के साथ यह सोचकर वापसी की होगी की अपने मूल कैडर हरियाणा में वापसी करते ही CM खट्टर उन्हें प्रदेश का मुख्य सचिव या मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव बना देंगे। ऐसा नहीं हुआ शायद उनके भाग्य में FCR के पद से ही रिटायर होने लिखा था। खट्टर वन सरकार में प्रधान सचिव के तौर पर राजेश खुल्लर की तूती बोलती थी। MP, MLA अथवा बीजेपी संगठन से जुड़े लोग अपने काम करवाने के लिए CM खट्टर से कम और खुल्लर से ज्यादा मिलते थे। खट्टर सरकार टू के हावभाव इतने बदल गए की IAS राजेश खुल्लर सिर्फ FCR बनकर न्यू सचिवालय तक ही सीमित रह गए। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अफसरशाही और नेताओं का समय एक जैसा नही रहता। यह दोनों किस्म के लोग कभी अर्श पर चमकते हुए दिखते हैं तो कभी फर्श पर सुकडे हुए दिखते हैं। शायद प्रधान सचिव जैसे पावरफुल पद पर रहे खुल्लर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। चर्चाओं की माने तो IAS लाबी का एक गुट उनके 4th फ्लोर पर आने के खिलाफ था! 31 अगस्त को रिटायर होने वाले हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर की विदेश से वापिसी के बाद हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ का 4th फ्लोर उनसे दूर होता चला गया। कह सकते हैं खुल्लर न प्रदेश के CS बन पाए और न ही मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव। ऐसा हो सकता है रिटायरमेंट के बाद उनका भाग्य जाग जाए औऱ उनको हरियाणा सरकार में कोई महत्वपूर्ण पद मिल जाये। यदि उन्हें कोई पद नही मिला तो आकाश से गिरा खजूर पर अटका वाली कहावत उनके ऊपर फिट बैठ जाएगी।

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