मुख्यमंत्री ने हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था, अपराध की स्थिति की करी समीक्षा, अधिकारियों को संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मुख्यमंत्री ने हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था, अपराध की स्थिति की करी समीक्षा, अधिकारियों को संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने गृह मंत्री श्री अनिल विज के साथ आज पंचकूला में ईआरएसएस भवन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश में अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), हरियाणा श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल सहित हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने पुलिस के आला अधिकारियों को संगठित अपराध के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा में लोगों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अपराध और आपराधिक घटनाओं पर हर कीमत पर अंकुश लगाया जाना चाहिए ताकि प्रदेश में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ सख्ती से निपटते हुए प्रदेश एक शांतिपूर्ण और अपराध-मुक्त राज्य बने।
उन्होंने अपराध की स्थिति की गहन समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपराधिक गतिविधियों और टारगेट किलिंग में शामिल पाए गए आपराधिक तत्वों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए ग्रामीणों को जोड़ा जाए। इससे पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ेगी और आम जनता के सहयोग से ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने में मदद भी मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और स्पेशल टास्क फोर्स नशीले पदार्थों की तस्करी, अपराध और आपराधिक तत्वों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जिला पुलिस इकाइयों के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक और पुलिस आयुक्त अत्यधिक सक्रियता के साथ बदमाश और आपराधिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करें।
उन्होंने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि साइबर अपराध न केवल व्यक्तियों के लिए बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र के लिए भी खतरा बन गया है, जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। नए साइबर थानों की स्थापना के अतिरिक्त पूरे पुलिस विभाग को साइबर क्राइम से उत्पन्न वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए तकनीकी रूप से मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध की प्रवृत्तियों और सुरक्षा युक्तियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विशेष अभियान भी चलाये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अब तक साइबर अपराध से संबधित ठगी की करीब 47 करोड़ रुपये की राशि बरामद/रोकी जा चुकी है। बैठक में गैंगस्टर, आतंकवाद, मोस्ट वांटेड, साइबर अपराध, यातायात और सड़क सुरक्षा पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस की अनूठी पहलों की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की लगातार कार्रवाई से जनता का विश्वास बढ़ा है। इसे आगे बढ़ाते हुए फील्ड में अधिक से अधिक पुलिस बल की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि बदमाशों व शरारती तत्वों पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने पुलिस को राज्य सरकार का चेहरा बताते हुए कहा कि पुलिस को प्रभावी रुप से कार्य करने के साथ-साथ इसकी कार्यप्रणाली पारदर्शी होनी चाहिए। पुलिस द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस की ईआरएसएस 112 सेवा बेहतर कार्य करते हुए संकटकालीन कॉल का तुरंत व अविलंब रिस्पांस दे रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईआरएसएस 112 के कामकाज की भी समीक्षा की। राज्य पुलिस बल की सराहना करते हुए गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य पुलिस ने कम्पीटेंट अथाॅरिटी के माध्यम से नशा तस्करों की अवैध कमाई से अर्जित संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने अधिकारियों को मोस्ट वांटेड अपराधियों, उद्घोषित अपराधियों और बेल जंपर्स की गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए समय समय पर विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए ताकि राज्य भर में अपराध की दर को और निम्न स्तर पर लाया जा सके। इससे पहले पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि उनके निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना की जाएगी। साथ ही, पुलिस विभाग विशेष रूप से बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के मामले में अपनी दक्षता में और अधिक सुधार करेगा।
बैठक में एसीएस होम टीवीएसएन प्रसाद, एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल एडीजीपी दूरसंचार और आईटी डॉ ए एस चावला, एडीजीपी कानून व्यवस्था संदीप खिरवार, एडीजीपी हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो श्रीकांत जाधव, सभी रेंज एडीजीपी/आईजीपी, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।