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पेटी ग्रांट को लेकर सीएम व स्पीकर को कोस रहे है प्रदेश के सभी MLA! हरियाणा सरकार के बेचारे सभी MLA’s के साथ सौतेला व्यवहार!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पेटी ग्रांट को लेकर सीएम व स्पीकर को कोस रहे है प्रदेश के सभी MLA! हरियाणा सरकार के बेचारे सभी MLA’s के साथ सौतेला व्यवहार!*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा सरकार जितना मंत्रियों पर मेहरबान है उतना ही विधायको पर कुठाराघात कर रही है। मन्त्री बनने से पहले MLA बनना जरूरी होता है, उसके बाद ही मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है कि वह अपने मंत्रिमंडल में किस MLA को मन्त्री बनाये। जब विधायक मन्त्री बन जाता हैं तो उसे सरकार की तरफ से बहुत ज्यादा सुविधाएं मिल जाती है। एक केबिनेट मंत्री को लगभग 7 करोड़ रुपये ऐच्छिक ग्रांट के साथ 25 लाख रुपये पेटी ग्रांट राशि मिलती है। वहीं राज्यमंत्री को लगभग 5.50 करोड़ ऐच्छिक ग्रांट राशि के साथ 25 लाख रुपये पेटी ग्रांट राशि मिलती है। कैबिनेट अथवा राज्यमंत्री यह राशि अपनी इच्छा अनुसार समाज मे बांट सकता है। लेकिन बेचारे MLA को 25 लाख पेटी ग्रांट राशि के स्थान पर सिर्फ 15 लाख रुपए पेटी ग्रांट मिलती है। इस विषय पर बहुत से MLA ने सरकार के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मन्त्री को पेंशन MLA की मिलती है न कि मन्त्री की! अर्थात सभी MLA ही है। जब ऐसा है तो पेटी राशि को लेकर हरियाणा सरकार मंत्रियों औऱ विधायकों में फर्क क्यो कर रहीं है। विधायकों का दर्द है कि पेटी राशि तो सभी की बराबर होनी चाहिए। इसलिए जागो CM खट्टर मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद आपको भी पेंशन MLA की ही मिलेगी न कि मुख्यमंत्री होने की! इसलिए CM उदारता दिखाते हुए MLA की पेटी ग्रांट राशि मंत्रियों के बराबर 25 लाख करके तथा उन्हें मंत्रियों के बराबर अन्य सुविधाएं देकर उनकी सहानुभूति प्रा प्त करें?

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