चंडीगढ़ नगर निगम हाउस मीटिंग में अफसरशाही हेवी होने के लगे आरोप, मेयर बेटी की तबीयत बिगड़ने से मीटिंग को बीच मे रोका*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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चंडीगढ़ नगर निगम हाउस मीटिंग में अफसरशाही हेवी होने के लगे आरोप, मेयर बेटी की तबीयत बिगड़ने से मीटिंग को बीच मे रोका*
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चंडीगढ़ ;- चंडीगढ़ नगर निगम की महीने में एक बार होने वाली जनरल हाउस मीटिंग आज करीब 1 घंटे की सुनवाई के बाद स्थगित कर दी गई। जानकारी के मुताबिक] मेयर सर्बजीत कौर की बेटी की तबीयत अचानक खराब होने के चलते मीटिंग को स्थगित कर दिया गया। अभी नई तारीख तय नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, हाउस मीटिंग के आयोजन में चाय-बिस्कुट से लेकर लंच और स्टेशनरी आदि में लगभग 2 लाख रुपए तक का खर्च आता है। अब फिर से इस हाउस मीटिंग का आयोजन किया जाएगा।
चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि हमें मेयर और उनके परिवार से पूरी संवेदना है। हालांकि हाउस को सीनियर डिप्टी मेयर या डिप्टी मेयर भी चेयर कर सकते थे। लगभग एक घंटे चले हाउस में केबल आपरेटर्स द्वारा शहर में लगाई गई केबल तार को लेकर हंगामा हुआ। AAP पार्षदों ने केबल ऑपरेटर के समर्थन में कहा कि उन्हें केबल की तारे अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए। 2 दिन पहले हुई फाइनेंस एंड कांट्रेक्ट कमेटी की बैठक में फैसला हुआ था कि अभी जो केबल के तार शहर में लटक रहे हैं उन्हें अभी जब्त न किया जाए। ऑपरेटर्स को केबल के तार अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए। इसके बावजूद निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने इस फैसले को नहीं माना।
अफसरशाही हावी हो रही
बैठक में AAP पार्षद और नेता प्रतिपक्ष नेता योगेश ढींगरा ने कहा कि कमेटी के निर्णय पर अफसरशाही हावी है। केबल के तार हटाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा पार्षद कंवरजीत राणा ने भी कहा कि उनके एरिया में केबल और इंटरनेट के तार काटने से लोगों को परेशानी हो रही है। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।
कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गोपी ने कहा कि बच्चों के पेपर चल रहे हैं। इसलिए अभी जो शहर में इंटरनेट और केबल की तार लटक रह हैं उन्हें नहीं हटाया जाना चाहिए। ऑपरेटर्स को केबल की तार अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए।
चंडीगढ़ नगर निगम हाउस के दौरान मुद्दा रखते पार्षद।
फैसले का उल्लंघन नहीं किया, कमाई हो रही
मामले में निगम कमिश्नर अनिंदित मित्रा ने कहा कि उन्होंने किसी भी फैसले का उल्लंघन नहीं किया है। फरवरी 2020 में हाउस का फैसला था कि शहर की सभी केबल और इंटरनेट के तार को अंडरग्राउंड किया जाए। उसी फैसले को उन्होंने लागू करवाया गया है। केबल एजेंसी पर कार्रवाई की जा रही है, तभी नगर निगम को रेवेन्यू आ रहा है। केबल ऑपरेटर तार डालने के लिए नगर निगम में आवेदन कर रहे हैं। इससे नगर निगम को अब 6 से 8 करोड़ रुपए की कमाई हो रही है।
हाउस में AAP की ओर से एक टेबल एजेंडा भी पेश किया गया था। जिसमें कहा गया था कि शहर में गरीब वर्ग के लोगों को पानी के बढ़े हुए बिल आने से लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में गरीब परिवारों के लिए 20 हजार लीटर फ्री पानी की व्यवस्था की जाए। इस एजेंडे को हाउस में चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया गया था। हालांकि इसके बाद हाउस स्थगित हो गया।