डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बगावती जेजेपी विधायक को चेयरमैन के पद से हटाकर कार्यकर्ताओं को दिया सख्त संदेश, पार्टी से बेफाफाई नही होगी बर्दाश्त?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बगावती जेजेपी विधायक को चेयरमैन के पद से हटाकर कार्यकर्ताओं को दिया सख्त संदेश, पार्टी से बेफाफाई नही होगी बर्दाश्त?*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा में भले ही bjp+ jjp की गठबंधन सरकार हो। लेकिन फिर भी दोनों में विरोध प्रतिरोध साफ़ दिखाई देता है। अभी हाल ही में भाजपा अध्यक्ष धनखड ने उपमुख्यमंत्री के खास नजदीकी रहे साथी को उसके लगभग 150 साथियों के साथ भाजपा में शामिल किया था। शायद यह गठबंधन धर्म के खिलाफ है। अब भाजपा व खट्टर सरकार ने jjp विधायक पर डोरे डालने शुरू किए। जिसका परिणाम यह निकला कि जेजेपी MLA के हाथ से चेयरमैन की चेयर जाती रही। जजपा के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को अक्टूबर 2020 में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया था। हाल ही में हुए शहरी निकाय चुनाव में सुरजाखेड़ा का भाजपा के प्रति कुछ ज्यादा ही देखने को मिला था। रामनिवास ने खुलेआम अपनी पार्टी से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि उनके विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विकास कार्य मुख्यमंत्री मनोहर लाल करवा रहे हैं। इसका अर्थ यह निकलता है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत के कहने से विकास नही हो रहा है। इससे पहले सुरजाखेड़ा ने नरवाना से निर्दलीय चुनाव जीती चेयरपर्सन को उनके पति और अन्य पार्षदों के साथ भाजपा में शामिल करवाया। मुख्यमंत्री निवास पर रामनिवास ने निर्दलीय चेयरपर्सन को भाजपा का पटका पहनवाया था। भाजपा प्रेम के वशीभूत सुरजाखेड़ा ने भी तब भाजपा का पटका अपने गले में पहन लिया था। इसका मतलब यह है कि वह भाजपा पार्टी में शामिल जो गए हैं। निकाय चुनाव में नरवाना से जजपा ने जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा था, उसके नाम पर भी विधायक सुरजाखेड़ा सहमत नहीं थे। यही से विधायक सुरजाखेड़ा व जेजेपी में दूरियां बढ़नी शुरू हुई थी।