महिलाओं पर अश्लील फबती कसने के आरोपित पलवल बाल संरक्षण अधिकारी को भेजा जेल, पलवल DC ने की निलंबन की सिफारिश!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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महिलाओं पर अश्लील फबती कसने के आरोपित पलवल बाल संरक्षण अधिकारी को भेजा जेल, पलवल DC ने की निलंबन की सिफारिश!*
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पलवल ;- जहाँ हरियाणा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी नारे लगा रही है, महिलाओं की सुरक्षा के लिए रोजाना नए कदम उठा रही है। वही एक बाल सरंक्षण अधिकारी पर अश्लीलता के आरोप लग रहे हैं! महिला कर्मियों पर अश्लील फब्तियां कसने, जाति सूचक और अमर्यादित शब्द कहने के आरोप में हरियाणा के पलवल के जिला बाल संरक्षण अधिकारी कपिल कुमार के खिलाफ महिला थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। महिला आयोग के पंचकूला स्थित कार्यालय में गवाही के दौरान पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं, डीसी ने आरोपी अधिकारी को निलंबित करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र भेजा है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी कपिल कुमार के खिलाफ मार्च महीने में 10 महिलाओं ने डीसी को शिकायत देकर अश्लील फब्तियां कसने, जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने, नकारा व निकम्मी जैसे अमर्यादित शब्द कहने के आरोप लगाए थे। शिकायत को डीसी ने महिला पुलिस थाने में भेज कर जांच चीनी मिल महाप्रबंधक सुमन भाखड को सौंपी थी।
इस बीच महिलाओं ने हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया को भी शिकायत दी। आयोग ने शिकायतकर्ताओं, गवाहों व महिला थाना पुलिस प्रबंधक को सुनवाई के लिए पंचकूला कार्यालय बुलाया था। कार्यालय में सुनवाई के दौरान कपिल को पुलिस के हवाले कर मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए।
पलवल डीएसपी यशपाल खटाना ने बताया कि एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी कपिल कुमार अमर्यादित भाषा का प्रयोग करता है। महिलाओं को पुरूष कर्मचारियों को साथ नाम जोड़कर अश्लील कमेंट करता है। तीन-चार महिलाओं को बेवजह परेशान करते हुए आयोग में दी गई शिकायत में राजीनामा के लिए दबाव बनाकर मानसिक तौर पर परेशान करता है और कई बार गाली-गलौच करता है।
शिकायत में कहा कि आरोपी उनके चरित्र पर भी कमेंट करता है जिससे उनका कार्यालय में काम करना मुश्किल हो गया है। महिला थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपी को गुरुवार को जज ज्योति मेहरा की अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में (जेल) भेज दिया। वहीं, जब इस संबंध में डीसी कार्यालय फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि आरोपी अधिकारी को निलंबित करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र भेज दिया गया है।