चंडीगढ नगर निगम चुनाव में भाजपा को खट्टर सहित भाजपा नेताओं की दावँ पर लगी साख! रणदीप, केजरीवाल की प्रतिष्ठा को भी चुनौती?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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चंडीगढ नगर निगम चुनाव में भाजपा को खट्टर सहित भाजपा नेताओं की दावँ पर लगी साख! रणदीप, केजरीवाल की प्रतिष्ठा को भी चुनौती?
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चंडीगढ़ ;- नगर निगम चंडीगढ़ में AAP पहली बार चुनाव लड़ रही है। चंडीगढ़ नगर निगम के लिए 35 वार्डों के लिए हुए चुनाव का रिजल्ट आज आ रहा है। जिसमें चुनाव लड़ने वाले 203 उम्मीदवारों की ही नहीं बल्कि कई राजनीतिक दिग्गजों की साख भी दांव पर लगी है। जिनमें दो मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री और कई बड़े नेता भी शामिल हैं।दरअसल, इस दौरान चंडीगढ़ में चुनाव प्रचार के लिए कई दिग्गज भी कूदे। इनमें हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, केंद्र सरकार में मंत्री अनुराज ठाकुर के अलावा कांग्रेस के रणदीप सूरजेवाला, कुमारी शैलजा, कन्हैया कुमार के अलावा भाजपा के मनोज तिवारी ने भी प्रचार किया था। इसके अलावा चंडीगढ़ से इस वक्ता भाजपा से किरन खेर सांसद हैं। हालांकि वह अपनी पार्टी को कितनी सीटें जिता पाते हैं, यह दोपहर 12 बजे तक स्पष्ट हो जाएगा। केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ नगर निगम में 35 वार्डों में पार्षद चुनने के लिए 24 दिसंबर को मतदान हुआ था। चंडीगढ़ निगम चुनाव के इतिहास में पहली बार रिकॉर्ड 60.45% मतदान हुआ था। जो पिछले साल के मुकाबले 1% ज्यादा रहा। इस बार चंडीगढ़ के नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में है। ऐसे में यह मुकाबला अब कांग्रेस और BJP के अलावा आम आदमी पार्टी के बीच हो रहा है। साल 1996 में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा को 13 कांग्रेस को 1,शिअद को 2 और चंडीगढ़ विकास मंच को तीन सीट मिली थी। साल 2001 में भाजपा को 3, कांग्रेस को 13, शिअद को एक और चंडीगढ़ विकास मंच को तीन सीट मिली। 2006 में भाजपा को 6, कांग्रेस को 13, बसपा को 1, शिअद को 2 और चंडीगढ़ विकास मंच को 4 सीटें मिली थी। साल 2011 में भाजपा को 10, कांग्रेस को 11, शिअद को 2 और बसपा को 2 सीट पर जीत हासिल हुई थी। साल 2016 में भाजपा को 20, कांग्रेस को 4, शिअद को 1 और एक निर्दलीय उम्मीदवार जीता था। यह निर्दलीय उम्मीदवार बाद में BJP में शामिल हो गए थे।