पंजाब सरकार में नही सब ठीकठाक, केबिनेट मीटिंग में सिर्फ 6 मन्त्री शामिल, 32 में से सिर्फ दो एजेंड हुए पास?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पंजाब सरकार में नही सब ठीकठाक, केबिनेट मीटिंग में सिर्फ 6 मन्त्री शामिल, 32 में से सिर्फ दो एजेंड हुए पास?*
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चंडीगढ ;- पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह का असर बुधवार को कैबिनेट बैठक में साफ तौर पर देखने को मिला। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दूसरे कार्यकाल में यह पहला मौका था जब बैठक में 32 एजेंडे रखे गए लेकिन दो एजेंडे पास करने के बाद बैठक खत्म हो गई। छह नाराज मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए तो उन्हें बुलावा भेजकर बैठक में शामिल होने का बुलावा भेजा गया। सूत्रों के अनुसार एक नाराज मंत्री ने तो यह भी कह दिया कि पहले विवाद सुलझा लेते हैं, बैठक तो बाद में भी हो जाएगी।
नाराज छह मंत्री कैबिनेट बैठक में नहीं हुए शामिल, बुलावा भेज बुलाए गए
बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट को मंजूरी के लिए पेश किया जाना था। इसके अलावा विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के बेटे को डीएसपी तो विधायक राकेश पांडे के बेटे को तहसीलदार लगाए जाने के लिए एजेंडा पारित किया जाना था। लेकिन, ये दोनों एजेंडे बैठक में नहीं रखे जा सके।
न वेतन आयोग की रिपोर्ट आई, न विधायकों के बेटों को नौकरी देने का एजेंडा हुआ पास
वर्चुअल तौर पर हुई इस बैठक में मंत्रियों की नाराजगी का असर साफ तौर पर दिखाई दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे ही बैठक में शामिल हुए तो उन्होंने बैठक के कोरम के बारे में पूछा। इसके बाद मुख्य सचिव विनी महाजन ने उन्हें बताया कि सभी मंत्री बैठक में मौजूद नहीं हैं। इसके बाद जब कैप्टन ने मंत्रियों के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया है कि आठ मंत्री पंजाब भवन दिल्ली में हैं।