Friday, September 20, 2024
Latest:
करनालचंडीगढ़जिंददेश-विदेशपंचकुलापंजाबपानीपतभिवानीहरियाणा

हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने विधानसभा में बताया, प्रदेश में घटते भूमिगत जलस्तर में सुधार करने व दोहन को रोकने के लिए फसल विविधिकरण कार्यक्रम किया शुरू*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने विधानसभा में बताया, प्रदेश में घटते भूमिगत जलस्तर में सुधार करने व दोहन को रोकने के लिए फसल विविधिकरण कार्यक्रम किया शुरू*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चंडीगढ ;- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे पी दलाल ने कहा कि प्रदेश में घटते हुए भूमिगत जल स्तर में सुधार करने और दोहन को रोकने के लिए फसल विविधिकरण कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके अलावा, टपका एवम् फव्वारा सिंचाई योजनाओं के तहत भी किसानों को जल दोहन रोकने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कृषि मंत्री विधान सभा सत्र के दौरान पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि रिसाव और वाष्पीकरण के नुकसान को कम करने तथा भूमिगत पाइप लाइन प्रणाली बिछाने के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के माध्यम से प्राकृतिक भूमिगत जल संसाधन का संरक्षण करने के लिए धान की रोपाई के स्थान पर मक्का, सूरजमुखी, कपास, सब्जियां, बाजरा और मूंग आदि की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अलावा, भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए कई स्थानों पर बोरवेल भी लगवाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक दोहन के कारण भूमिगत जल घट रहा है लेकिन सरकार की ओर से जल स्तर बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हंै। उन्होंने कहा की सोनीपत के गन्नौर, मुरथल आदि अन्य खण्डों में जल दोहन के कारण भूमिगत जल स्तर औसतन 4.21 मीटर तक घट रहा है। इसलिए दोहन रोकने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे है। कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य अधोभूमि जल संरक्षण अधिनियम लागू किया गया है। इसके तहत हर वर्ष 15 मई से पहले धान की बुवाई तथा 15 जून से पहले धान की रोपाई पर प्रतिबंध लगाया गया है। एकीकृत जल विकास और प्रबंधन परियोजना के तहत तालाबों की खुदाई की का रही है। सरकारी भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन सरंचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!