केंद्र से 10 जनवरी तक वैक्सीन मिलने की संभावना;-एसीएस राजीव अरोड़ा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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केंद्र से 10 जनवरी तक वैक्सीन मिलने की संभावना;-एसीएस राजीव अरोड़ा*
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चंडीगढ ;- हरियाणा गृह व स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजीव अरोड़ा ने एक चैनल पर दिए इंटरव्यू में बताया कि हरियाणा के 7 लाख कोविड-19 वर्कर्स के लिए केंद्र से 10 जनवरी के आसपास वैक्सीन मिलने की अच्छी संभावित खबर आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक फाइनल तिथि नहीं दी है, लेकिन संभावना है कि 10 जनवरी के आसपास अन्य सभी राज्यों में दवा की सप्लाई शुरू हो जाएगी। सबसे पहले अदायी लाख सरकारी व प्राइवेट संस्थानों व साढ़े तीन लाख पुलिस, डिफेन्स, सेनेटाइजेशन के कार्यों में लगे व् अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी। राजीव अरोड़ा के अनुसार आज दो वैक्सीन की सरकार द्वारा एप्रूवल के बाद अब 7 जनवरी को हरियाणा में दूसरा ड्राई रन रखा गया है, जो सभी जिलों में होगा। ऐसे लोग जो 28 दिनों से पहले कोरोना पॉजिटिव रहे होंगे, उनको भी वैक्सीन दी जाएगी।
राजीव अरोड़ा के अनुसार हरियाणा में रोटा वायरस का पहले हरियाणा को अभ्यास है। हरियाणा में सप्लाई चैन पहले से ही मजबूत बनाई जा चुकी है। उन्होंने स्टेट लेवल पर वैक्सीनेशन स्टोरेज के लिए एक मेन स्टोर है। चार रीजनल स्टोर हैं और सभी जिलों में लगभग 700 कोल्ड चेन प्वाइंटस हरियाणा में चिन्हित किए गए हैं। 22 वैन हमारे पास ऐसी हैं, जिनसे हम इनको ट्रांसपोर्ट करेंगे। हमारा यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्लेटफार्म और दूसरा प्लेटफार्म जो हम इस्तेमाल करते हैं, जिसे हम एविन बोलते हैं। यह एक इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेशन इटेलीजेशन नेटवर्क इन दोनों को कंबाइन करके एक कोविड-19 तैयार किया गया है और उनके द्वारा ही सारा का सारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम मॉनिटर किया जाएगा। राजीव अरोड़ा ने बताया कि हमने 5154 एएनएम वैक्सीन देने के लिए ट्रेंड किए हैं। अगर प्रतिदिन एक सेशन में सौ वैक्सीन भी एक वैक्सीनेटर द्वारा दी जाती है तो इसका मतलब 5 लाख वैक्सीन 1 दिन में दी जा सकेगी। सबसे प्राथमिकता हेल्थ वर्कर्स को दी जा रही है। चाहे वह प्राइवेट सेक्टर में हो या सरकारी हेल्थ विभाग में डॉक्टर से लेकर नीचे तक हेल्थ वर्कर और नॉन हेल्थ वर्कर जो अस्पतालों में काम करते हैं, उन्हें प्राथमिकता में दी जाएगी। इसके साथ ही आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, मीडया कर्मियों भी हमारी फ्रंटलाइन वर्कर्स में आती है। दूसरे हमारी फ्रंटलाइन वर्कर में पुलिस, सिविल डिफेंस या सैनिटेशन डिपार्टमेंट या लोकल बॉडी डिपार्टमेंट के लोग हैं और तीसरी प्राथमिकता में 50 साल से ऊपर के लोग शामिल किए गए हैं। इनका भी डाटा इकट्ठा किया गया है। चौथी प्राथमिकता में 50 साल से कम के वह लोग जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।