बार बार नाकाम होने पर भी नही मानी हार, हिन्दी माध्यम से पास की यूपीएससी की परीक्षा बने आईपीएस*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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बार बार नाकाम होने पर भी नही मानी हार, हिन्दी माध्यम से पास की यूपीएससी की परीक्षा बने आईपीएस*
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चंडीगढ ;- आजकल परीक्षा में अगर कोई बच्चा फेल हो जाता है तो इस कदर निराश हो जाता है कि आत्महत्या करने का फैसला कर लेता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे आईपीएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है जो एक नहीं बल्कि 30 बार फेल हुए। और हर बार उठ खड़े हुए दोबारा मेहनत करने के लिए। हम बात कर रहे हैं आईपीएस आदित्य कुमार की जो पंजाब के संगरूर में असिस्टेंट एसपी के पद पर तैनात है। आदित्य का जन्म राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के अजीतपुरा गांव में हुआ। और शुरुआती शिक्षा भी उन्होंने अपने गांव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की। 12 वीं के बाद से आदित्य ने सिविल सर्विसेज में जाने का फैसला कर लिया था।
स्कूल के बाद आदित्य ने इंजीनियरिंग के साथ ही कई प्रवेश परीक्षाए दी लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी। इसके बाद उन्होंने आर्ट्स से बीए की पढाई की और सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए। आदित्य ने और राजस्थान प्रशासनिक सेवा समेत 30 परीक्षाएं दी लेकिन हर बार असफलता हाथ लगी लेकिन उन्होंने अपने आत्मविश्वास को टूटने नहीं दिया। आदित्य ने बताया कि जब वो तीन बार यूपीएससी में फ़ैल हो गए थे तो दोस्तों, रिश्तेदारों और परिचितों ने छोटी-मोटी नौकरी करने की सलाह दी। लेकिन टीचर और माता-पिता ने कहा, सपने का तब तक पीछा करो जब तक साकार न हो जाए। आदित्य ने ना हार मानी और ना अंग्रेजी में अपनी कमजोरी को सफलता के आड़े नहीं आने दिया। 2017 में आदित्य ने अपने जीवन का सबसे बड़ा और आखिरी दांव खेला। इस बार उनकी इतनी बड़ी कामयाबी हासिल हुई जिसने पीछे के सभी असफलताओं पर पर्दा डाल दिया। ऑल इंडिया 630वीं रैंकिंग के साथ आदित्य UPSC में सफलता पाई। यूपीएससी में सफलता हासिल कर के आदित्य सबके लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गए। UPSC पास करने के बाद आदित्य ने IPS का चयन किया। आदित्य को पंजाब कैडर मिला। वर्तमान में वह संगरूर के ASP के पद पर कार्यरत हैं। आदित्य बीते साल दिसंबर में पंजाब आए। आदित्य पंजाब में मौजूद हालातों मे बदलाव लाना चाहते हैं। इसके साथ ही वह यहां के युवाओं को ड्रग्स के भयानक लत से बाहर लाना चाहते हैं।