पहला विश्व कप जीत कर क्रिकेट की दुनिया में भारत का परचम फहराने वाले कपिल देव ह्रदय रोग की जंग भी जीतेंगे*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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पहला विश्व कप जीत कर क्रिकेट की दुनिया में भारत का परचम फहराने वाले कपिल देव ह्रदय रोग की जंग भी जीतेंगे*
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चंडीगढ ;- देश की क्रिकेट टीम की ओर से सन् 1983 में पहला विश्व कप जीत कर क्रिकेट की दुनिया में भारत का परचम फहराने वाले कप्तान कपिल देव आज आईसी यू में भर्ती हैं । दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में । यह कपिल देव का ही करिश्मा था कि जिम्बाब्वे जैसी छोटी सी टीम ने जब भारत के चार विकेट महज उन्नीस रन पर चटका दिये थे तब कपिल देव ने ऐसी करिश्माई पारी खेली कि कोई विश्वास नहीं कर सकता । एक सौ पचहतर रन नाॅट आउट और जीत भारत की झोली में डाल दी । फाइनल में दुनिया की क्रिकेट की सबसे बड़ी टीम बेस्ट इंडीज से भिड़ंत और सिर्फ एक सौ पचासी पर हमारी टीम ढेर । बेस्ट इंडीज वाले इसे मामूली स्कोर समझ कर मैदान में आए लेकिन कपिल देव की रणनीति के आगे यह मामूली लगने वाला स्कोर भी पार नहीं पा सके । इस तरह भारतीय कप्तान कपिल देव ने बहुत बड़ा उलट फेर किया और देश में क्रिकेट का जुनून पैदा किया जिसमें से सचिन तेंदुलकर भी प्रेरित होकर निकले और वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा बनने का सपना पूरा किया । बेशक धोनी भी अनहोनी को होनी करने का हौंसला रखते हैं लेकिन इस बार आईपीएल में वे अनहोनी को होनी में नहीं बदल सके और प्ले ऑफ से बाहर हो गये । फिर भी इनकी क्रिकेट की पारियां याद रहेंगीं और योगदान भी । कपिल देव का नाम एक बार फिल्म अभिनेत्री सारिका से जुड़ा जरूर था लेकिन उन्होंने रोमी से शादी की और सफल वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं । क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड , सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने जल्द स्वस्थ होने की दुआएं की हैं ।
दूसरी ओर फिल्म क्षेत्र में शानदार फिल्में देने वाली प्रतिभाशाली अभिनेत्री दीप्ति नवल मनाली स्थित अपने घर समय बिता रही थी कि दिल का दौरे पड़ा और उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल लाया गया । न केवल अभिनय बल्कि काव्य लेखन में भी दीप्ति नवल की रुचि है और इनका काव्य संग्रह भी प्रकाशित है । चश्मे बद्दूर से इनकी अभिनय जगत में पहचान बननी शुरू हुई और लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ती चली गयी । अमेरिका में पली दीप्ति नवल का जन्म पंजाब की पवित्र नगरी अमृतसर में हुआ । वे कोरोना के चलते मनाली के अपने घर छुट्टियां बिता रही थीं । मौज आने पर पेंटिंग भी करती थी लेकिन हृदयाघात ने मनाली से मोहाली पहुंचा दिया । हालांकि प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक प्रकाश झा से शादी भी हुई लेकिन ज्यादा समय नहीं चली और फिर अलग अलग हो गये ।