हरियाणा में भाजपा को यदि बनानी है पुनः सरकार, तो चुनाव कराने होंगे लोकसभा के साथ!
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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हरियाणा में भाजपा को यदि बनानी है पुनः सरकार, तो चुनाव कराने होंगे लोकसभा के साथ!
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चंडीगढ़ :- लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ ही दिनों के बाद पूरे देश में आचार संहिता लागू होते ही चुनाव का बिगुल बज जाएगा। देश और प्रदेश की सरकारों के विकास कार्यों पर पूर्ण विराम लग जाएगा ! परंतु हरियाणा प्रदेश के चुनाव लोकसभा के चुनाव के लगभग 6 महीने के बाद होंगे। राजनीतिक जानकारों का मानना है आज देश में मोदी सरकार और प्रदेश में खट्टर सरकार की लोकप्रियता चरम सीमा पर है!
क्योंकि हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के नेतृत्व में भाजपा पार्टी ने पांच नगर निगम चुनाव में जीत हासिल की और
उसके बाद जींद में भी राष्ट्रीय स्तर के नेता रणदीप सुरजेवाला को हराकर जीत का परचम फहराया। इसलिए आज मनोहर लाल की सरकार का प्रदेश में ईमानदारी और नौकरियों में पारदर्शिता को लेकर ग्राफ ऊंचा उठा हुआ है । इसलिए यदि इस समय हरियाणा सरकार ने लोकसभा के चुनाव के साथ हरियाणा के विधानसभा के चुनाव भी करा दिए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी की हरियाणा में पुणे भाजपा की सरकार बन सकती है। यदि हरियाणा सरकार और भाजपा पार्टी मौके को चूक गई तो आने वाले समय में परिणाम कुछ और ही तरह के हो सकते हैं? इसलिए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार दीपक मंगला और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को बारीकी से राजनीतिक हालात पर नजर रखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपा हाईकमान को समय-समय पर स्थिति से अवगत कराते रहना चाहिए!