करनालचंडीगढ़जिंददेश-विदेशपंचकुलापंजाबपानीपतहरियाणा

सहारनपुर में 26 घंटे ई-रिक्शा चालकों का आरटीओ कार्यालय पर चला धरना / मांगों माने जाने पर हुआ समाप्त*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सहारनपुर में 26 घंटे ई-रिक्शा चालकों का आरटीओ कार्यालय पर चला धरना / मांगों माने जाने पर हुआ समाप्त*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
सहारनपुर/पुवांरका ;- ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय के बाहर बैठे ई-रिक्शा चालकों ने 26 घंटे बाद धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान चार थानों की पुलिस तैनात रही। वहीं, कई जगहों पर रास्ते में ई-रिक्शा से सवारी को उतारा गया। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। रूट निर्धारण में संशोधन समेत छह सूत्रीय मांगपत्र दिया।
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (बेदी) गुट के बैनर तले ई-रिक्शा चालकों ने चालान व रूट आवंटन के विरोध में आरटीओ कार्यालय पर धरना दिया। बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर के दोनों मुख्य गेट पर ई-रिक्शा खड़े कर रास्ता बंद किया था। परिवहन अधिकारियों ने उनकी मांगों के निस्तारण का आश्वासन दिया था, लेकिन चालकों ने धरना समाप्त नहीं किया था। बृहस्पतिवार को भी आरटीओ कार्यालय के बाहर चालकों का धरना जारी रहा। धरने से कार्यालय में सरकारी कार्य प्रभावित हुआ। यहीं नहीं जनता रोड, पुरानी चुंगी आदि स्थानों पर ई-रिक्शा से सवारियों को उतारा गया। बृहस्पतिवार को धरने में जनकपुरी, देहात कोतवाली, शहर कोतवाली और कोतवाली मंडी पुलिस फोर्स तैनात रही।
सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार, आरटीओ प्रशासन देवमणि भारतीय, आरटीओ प्रवर्तन वीके सिंह, एआरटीओ एमपी सिंह ने ई-रिक्शा चालकों से बातचीत की और उन्हें समझाया। इसके बाद चालकों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की गई। आरटीओ प्रशासन देवमणि भारतीय को छह सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन की ओर से बनाए गए नियम कानूनों को मानना पड़ेगा। यदि कागजों के नाम पर कोई आपसे अधिक फीस लेता है या किसी भी प्रकार का उत्पीड़न करता है तो उसकी शिकायत करें। धरने में राहुल शर्मा, हाजी रियाज राणा, संसार चौधरी, जैद गौर, रहमान, गुफरान आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
——
— यह हैं मांगें
– फिटनेस की 600 रुपये सरकारी फीस है, उससे अधिक न लिया जाए
– ड्राइविंग लाइसेंस की एक हजार रुपये सरकारी फीस है, उससे अधिक न हो।
– रूट निर्धारण में संशोधन करने तक चालान न किया जाए।
– काटे गए चालान को वापस लिया जाए।
– जिनके पास लाइसेंस व फिटनेस नहीं है, उन्हें एक माह का समय दिया जाए
– सीज ई-रिक्शाें को जुर्माना लेकर छोड़ा जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!