हरियाणा विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद भी होगी खींचतान? CM पद की खातिर टकराने को तैयार कुमारी शैलजा!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद भी होगी खींचतान? CM पद की खातिर टकराने को तैयार कुमारी शैलजा!*
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नई दिल्ली/पंचकूला :- कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने हरियाणा चुनाव के लिए मतदान से एक दिन पहले फिर सीएम पद को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। शैलजा ने कहा कि अगर कांग्रेस जीतती है तो सीएम का चयन पार्टी हाईकमान करेगा, लेकिन उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस तरह उन्होंने जता दिया है कि सीएम पद की रेस में वह भी आगे हैं और वह भी प्रदेश के मुखिया की कुर्सी पर बैठना चाहती हैं।
एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि वह एक वरिष्ठ नेता हैं और उनका कम बड़ा होने की वजह से उन्हें शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माना जा सकता है। शैलजा ने मीडिया से कहा कि “देखिए, इसका जवाब तो हाईकमान को ही देना होगा, वे ही फैसला करेंगे. कुछ लोग हैं जो इस कतार में होंगे और मुझे लगता है कि शैलजा उनमें होंगी। सीनियरिटी में सब चीज़ों में नाम और राजनीति और ये राजनीतिक फैसले तो हाईकमान देखेगा तो ऐसे में शैलजा को हाईकमान नज़रअंदाज़ तो नहीं करेगा।
हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा पर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि “जो लोग 10 साल तक मुख्यमंत्री रहते हैं, मीडिया को उनसे बड़ा कोई नहीं दिखता… 2005 तक जब भजनलाल थे, तब तक वही अकेले थे. उनके अलावा आपको कोई और नहीं दिखता था, क्योंकि वो मुख्यमंत्री रह चुके थे, लेकिन समय बदल गया है…”
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की किसी भी अटकल को खारिज कर दिया. इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान कुछ भाजपा नेताओं ने यह दावा करते हुए उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को हवा दी थी कि पार्टी उन्हें उचित सम्मान नहीं दे रही है।
उन्होंने एएनआई से कहा, “शैलजा कहीं नहीं जाएंगी, शैलजा क्यों जाएंगी? दिल्ली में बहुत सारी अफवाहें फैलती हैं, दिल्ली अलग है, लेकिन मेरे क्षेत्र के लोग मुझे अच्छी तरह से जानते हैं.”
चुनावों से पहले कांग्रेस द्वारा किए गए कामों को लेकर उन्होंने कहा, “कांग्रेस की स्थिति वास्तव में अच्छी है. राहुल गांधी ने भी काम किया है. राहुल की यात्रा ने वाकई बहुत बड़ा बदलाव किया है।
बता दें कि हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा, जिसकी मतगणना 8 अक्टूबर को होगी. 2019 के चुनावों में भाजपा 40 सीटें हासिल करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि कांग्रेस ने 30 सीटें जीती थीं।