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भाजपा को सता रहा है खोने के डर तो कांग्रेस पाने के लिए है उत्साहित, पोलिंग डेट आते ही हरियाणा में दिग्गज नेताओं की रैलियों का पारा चढ़ना शुरू!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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भाजपा को सता रहा है खोने के डर तो कांग्रेस पाने के लिए है उत्साहित, पोलिंग डेट आते ही हरियाणा में दिग्गज नेताओं की रैलियों का पारा चढ़ना शुरू!*
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चंडीगड़ ;- हरियाणा में इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस व भाजपा ने अपनी रणनीतियां बनाकर उसपर काम करना शुरू कर दिया है यानी की दोनो दलों ने चुनाव जीतने के लिए जोर आजमाइश लगानी शुरू करदी है। इस बार खास बात यह है कि प्रदेश में कांग्रेस का मनोबल बहुत ऊंचा दिखाई दे रहा है क्योंकि वर्तमान में कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं है इसलिए कांग्रेस को पता है कि हमने कुछ खोना नहीं सिर्फ पाना है। अगर कांग्रेस 10 में से चार पांच या 6 लोकसभा सीट जीतती है उससे उनका मनोबल बढ़ेगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में इस प्रदर्शन से भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वहीं भाजपा की बात करें तो उसके पास हरियाणा की 10 लोकसभा सीटे हैं। इस बार देश और प्रदेश में मोदी का जलवा पहले की तरह असर नही दिखा पा रहा है। इसलिए हरियाणा भाजपा के नेताओं को डर सता रहा है कि हमारे सीटे काम हो जाएंगी। यदि कम होती है तो सीधा-सीधा असर कुछ महीनो के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। क्योंकि प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ लोगो मे नाराजगी देखने को मिल रही है। इसका कारण यह है कि प्रदेश में अफसरशाही मंत्रियों, विधायकों और नेताओं पर हमेशा भारी रही जिसके कारण भाजपा कार्यकर्ता अपने समर्थकों के काम नहीं करवा सके और यही कारण है कि भाजपा कार्यकर्ता इस चुनाव में तन मन धन के साथ काम नहीं कर रहा। यदि यही सिलसिला जारी रहा तो भाजपा को बहुत बुरे चुनाव परिणाम देखने को मिल सकते हैं। भाजपा प्रदेश के कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह आस है कि प्रधानमंत्री मोदी हरियाणा में आएंगे और उनके आह्वान पर लोगों का मन भाजपा को वोट देने के लिए बन जाएगा और फिर हमारी 10 की 10 सीट हरियाणा में आ जायेगी। भाजपा वाले इस नारे में विश्वास करते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है लेकिन वह भूल गए कि अब की बार मोदी खुद भयभीत है क्योंकि लोगों में पहले की तरह मोदी को देखने और सुनने का उत्साह कम हो गया है। इसी कारण से अबकी बार 303 सीट जीतने वाली भाजपा को कम सीटे मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की हरियाणा में चुनावी रैलियों के ऐलान के बाद प्रदेश में सियासी पारा बढ़ना शुरू हो गया है। अगले कुछ दिनों में भाजपा का चुनाव प्रचार चरमसीमा पर पहुंच जाएगा। चुनाव परिणाम कुछ भी आये सभी पार्टियों को जीतने के लिए मैदान में उतरना चाहिये। क्योंकि
एक बहुत प्रसिद्ध कहावत है
*मन के हारे हार है, मन के जीते जीत*

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