मुख्यमंत्री उड़नदस्ता करनाल और जिला गुप्तचर इकाई की संयुक्त टीम ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का किया औचक निरीक्षण*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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मुख्यमंत्री उड़नदस्ता करनाल और जिला गुप्तचर इकाई की संयुक्त टीम ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का किया औचक निरीक्षण*
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पानीपत ;- मुख्यमंत्री उड़नदस्ता करनाल और जिला गुप्तचर इकाई की संयुक्त जांच टीम ने गत शुक्रवार को सुबह करीब 10.00 बजे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 39 में से सात कर्मचारी मिले गैरहाजिर मिले। उल्लेखनीय है कि कार्यालय मेें 39 कर्मचारी तैनात होना पाए गए। जिसमें 22 कर्मचारी नियमित और 17 कर्मचारी अनियमित होना मिले। नियमित कर्मचारियों मे 17 कर्मचारी हाजिर और चार कर्मचारी (सुनील कुमार लेखाकार, नवीन लिपिक, सचिन कृषि निरिक्षक, राधेश्याम विषय विशेषज्ञ) गैरहाजिर मिले। एक कर्मचारी (राजबीर संख्यकीय सहायक) ओएसडी जाना पाया गया। इसी प्रकार 17 अनियमित कर्मचारियों में से 12 कर्मचारी हाजिर मिले और तीन कर्मचारी (प्रवीन डाटा एंट्री ऑपरेटर, अमीता ऑफिस एसोसिएट, प्रवीन) गैर हाजिर पाए गए। इनके अलावा दो कर्मचारी मुख्तयार सिंह व राजपाल ओएसडी जाने पाए गए। टीम ने केंद्र और राज्य सरकार कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से किसानों के हित के लिए चलाई गई योजनाओं (धान की सीधी बिजाई, मेरा पानी मेरी विरासत, प्राकृतिक खेती, फसल अवशेष प्रबंधन) बारे रिकार्ड के आधार पर सूचना प्राप्त की। जिसमें एक जनवरी 2023 से अब तक सीएम विंडो के तहत 38 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से 26 का निपटारा होना पाया गया। सात शिकायतों पर विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा गया है और अतिरिक्त पांच शिकायतें अभी लंबित हैं। इस कार्रवाई में सीएम फ्लाइंग से उप निरीक्षक राजसिंह, उप निरीक्षक चरण सिंह, उप निरीक्षक युधवीर, राज सिंह और नीर शामल रहे। टीम ने उपमंडल कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह की उपस्थिति में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कार्यालय की चेकिंग की।
*ये मिली अनियमिततांए*
केंद्र पर बीज, खाद, पेस्टिसाइड लाइसेंस शुदा दुकानों से बीज सेंपलिंग का लक्ष्य 191 का था, जो 137 सेंपल लिए गए हैं। खाद के 187 सेंपल के टारगेट में से 127 लिए गए। कीटनाशक दवाई का लक्ष्य 190 था जिसमे से 143 सैंपल लिए गए। इस हिसाब से टीम अपना सैंपल लेने का लक्ष्य भी पूरा नहीं कर पाई। कार्यालय मेें पारदर्शिता रखने के लिए कैमरे लगने नहीं मिले। सीएम विंडों की पांच लंबित शिकायतों में एक शिकायत छह माह पुरानी, दो तीन माह पुरानी, एक 30 दिन पुरानी और एक 15 दिन पुरानी पाई गई। कार्यालय में तैनात 39 कर्मचारियों में से सात कर्मचारी गैरहाजिर मिले।