27 फरवरी को होगा 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव, हरियाणा की रास सीट पर रामबिलास शर्मा, ओपी धनखड़ और सुभाष बराला में मुख्य मुकाबला!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
27 फरवरी को होगा 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव, हरियाणा की रास सीट पर रामबिलास शर्मा, ओपी धनखड़ और सुभाष बराला में मुख्य मुकाबला!*
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दिल्ली/चंडीगढ़ ;- राज्यसभा सांसद डीपी वत्स का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। इसलिए खाली होने जा रही रास सीट पर भाजपा में घमासान मचा हुआ है। यूँ तो बहुत से नेता राज्यसभा में जाने के लिए लालायित है।परन्तु मुख्य मुकाबला प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़ तथा सुभाष बराला में माना जा रहा है। यह तीनों राज्यसभा में जाने के लिए प्रयासरत है। निजी सूत्रों के अनुसार तीनो पूर्व अध्यक्ष अपने अपने आका नेताओं के साथ मिलकर लॉबिंग कर रहे हैं। इसी क्रम में यदि बात रामबिलास शर्मा की करें तो उनकी वरिष्ठता ही उनके लिए बहुत मायने रखती है। भाजपा के राष्ट्रीय राजनीति में जो रूतबा लाल कृष्ण आडवाणी का रहा है हरियाणा में वही रूतबा पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा का है। यदि बात राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ की करें तो उन्होंने अध्यक्ष रहते हरियाणा भाजपा में अपने करिश्माई मेहनत से जान फूंकने का काम किया, और भाजपा संगठन को गली गली तक पहुचा दिया। धनखड़ को केंद्र में अमित शाह और जेपी नड्डा का पूरा आशीर्वाद प्राप्त है। इसी तरह यदि बात पूर्व अध्यक्ष सुभाष बराला की करें तो वह बहुत लंबे समय तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। उनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह हरियाणा CM खट्टर के अति विश्वसनीय और प्यारे है। मनोहरलाल खट्टर ही उनकी पैरवी करते हैं। वर्तमान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी भी मनोहरलाल खट्टर के कृपापात्र है। इसलिए जैसे खट्टर कहेंगे नायब सैनी वैसे ही करेंगे। अब निष्कर्ष यह निकलता है यदि मनोहरलाल खट्टर को फ्री हैंड दिया तो वह सुभाष बराला को राज्यसभा में भेजने की पुरजोर सिफारिश करेंगे। यदि केंद्रीय नेतृत्व ने अपने स्तर पर फैंसला लिया तो कोई शक नही की धनखड़ बाजी मार ले जाए। हरियाणा में जाट समाज को साधने के लिए किसी जाट नेता को ही रास में भेजने की सम्भावना है। इसलिए राज्यसभा सीट के लिए मुख्य मुकाबला ओपी धनखड़ और सुभाष बराला में रहने की सम्भावना है। देखते हैं बाजी किसके हाथ मे लगेगी। यदि किसी बाहरी नेता को हरियाणा से रास में भेजने की बात आती है तो जेपी नड्डा का नाम आगे आ रहा है। राज्यसभा की कुल 56 सीटों के लिए मतदान 27 फरवरी को होगा। 15 राज्यों की 56 सीट के लिए द्विवार्षिक चुनाव होना है। आयोग के अनुसार 50 सदस्य दो अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे, जबकि छह सदस्य तीन अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे। जिन राज्यों से सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचला प्रातरा कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और राजस्थान शामिल हैं।