Saturday, March 8, 2025
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हरियाणा आरसीएस जोगपाल ने सहकारिता विभाग द्वारा पंचकूला में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में कहा सहकारिता आंदोलन से जुडकर वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकती है महिलाएं*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा आरसीएस जोगपाल ने सहकारिता विभाग द्वारा पंचकूला में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में कहा सहकारिता आंदोलन से जुडकर वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकती है महिलाएं*
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आज रजिस्ट्रार सहकारी समितियां मुख्यालय पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक जीवंत और सशक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एकता और शक्ति के प्रतीक रंग-बिरंगे सजावट से सुसज्जित कार्यक्रम स्थल पर हार्कोफेड, हाउसफेड, डेयरीफेड, लेबरफेड, हैफेड और लैंड मोरगेज बैंक सहित विभिन्न शीर्ष सहकारी फेडरेशनों की समर्पित महिला अधिकारी और कर्मचारी एकत्रित हुईं। प्रत्येक फेडरेशन ने अपने समुदायों के भीतर स्थायी समाधान बनाने के लिए प्रतिबद्ध महिलाओं की सामूहिक शक्ति का प्रतिनिधित्व किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, सहकारी समितियां हरियाणा के रजिस्ट्रार राजेश जोगपाल ने सहकारी क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को मान्यता देने के लिए मुख्य मंच संभाला। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज हम महिलाओं की असाधारण शक्ति और उनके सम्मान में जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं, और सहकारी आंदोलन के माध्यम से अपने स्वयं के वित्तीय भविष्य को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है। वित्तीय स्वतंत्रता केवल एक लक्ष्य नहीं है बल्कि यह एक परिवर्तनकारी यात्रा है जो महिलाओं को अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने, स्वयं निर्णय लेने और अपने स्वयं के रास्ते बनाने के लिए सशक्त बनाती है।
सहकारी आंदोलन इस परिवर्तन के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है, जो अमूल्य संसाधन प्रदान करता है जो वित्तीय स्वतंत्रता को बढावा देता है, राजनीतिक भागीदारी को प्रोत्साहित करता है और सामाजिक मुक्ति को बढावा देता है। उन्होंने दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों से जुडी आठ महिला समितियों को माइक्रो ए.टी.एम वितरित किए। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना और बैंकिंग सेवाओं तक उनकी पहुँच को आसान बनाना है।
इस पहल से महिला डेयरी उत्पादक समितियों की महिलाएं अपने गांवों में ही नकदी निकासी, बैलेंस इंक्वायरी जैसी बुनियादी बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकेंगी। इससे उन्हें दूध के पैसे निकालने और अन्य वित्तीय लेन-देन करने में आसानी होगी, जिससे उनकी आय बढेगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त होंगी। जिला केंद्रीय सहकारी बैंक पंचकूला की ओर से इस उदार योगदान का उद्देश्य इन समितियों को वित्तीय लेन-देन की सुविधा के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करना, पहुंच बढाना और अंततः महिलाओं को अपने वित्तीय मामलों को स्वतंत्र रूप से प्रबंधित करने के लिए सशक्त बनाना है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने चार चांद लगा दिए, जिन्होंने इस उद्देश्य में अपना समर्थन दिया। श्रीमती कविता धनखड, अतिरिक्त रजिस्ट्रार ने सहकारी पहलों में महिलाओं की भागीदारी के महत्व के बारे में एक प्रेरक संदेश दिया, जिसमें समानता और सशक्तीकरण की खोज में एकजुट मोर्चे की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। संयुक्त रजिस्ट्रार रणबीर सिंह भी शामिल हुए, साथ ही विभिन्न सहकारी प्रसंघों के प्रबंध निदेशकों में हाउसफेड से श्री योगेश शर्मा, लेबरफेड से वीरेंद्र दहिया और हरकोफैड से श्री नरेश गोयल एवं जिला केंद्रीय सहकारी बैंक पंचकूला के सीईओ संजीव चौहान शामिल हुए। उनकी सामूहिक आवाज महिलाओं के उत्थान के लिए सहकारी आंदोलन की प्रतिबद्धता को प्रतिध्वनित करती है, जिससे सभी के लिए अधिक समतापूर्ण और समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है।

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